लाडनूं में बिजली से 16 दिनों में 7 मौतें हुई, जिम्मेदारों को सजा मिले,
क्षेत्र की विभिन्न मांगोें को लेकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष कालेरा का मुख्यमंत्री को ज्ञापन
(गैनाणा, खामियाद व मणूं में 33 केवी जीएसएस लगाए जाएं, केबल बदली जाए, करंट बालाजी चैराहे पर सर्किल बने)
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। भारतीय जनता पार्टी के जिला उपाध्यक्ष नाथूराम कालेरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ज्ञापन देकर विधानसभा क्षेत्र लाडनूं की ज्वलंत समस्याओं के समाधान की मांग की है। उन्होंने बताया है कि लाडनूं क्षेत्र मेें इस माह के 16 दिन में बिजली के करंट से मरने वालो की संख्या 7 है। यह पीड़ादायक है व विद्युत विभाग की लापरवाही का परिणाम है। गत 13 जुलाई को लाडनूं के सरकारी अस्पताल में अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से एक वाटर कूलर में करंट आने से पानी पीने गयी एक28 वर्षीया महिला, जो अस्पताल में भर्ती अपने परिजन से मिलने गयी थी। वाटर कूलर को हाथ लगते ही वह काल की ग्रास बन गयी और उसकी मृत्यु हो गयी। वह 3 साल, 5 साल और 7 साल की अवस्था के तीन छोटे बच्चो की माँ थी। उसकी मौत से ये तीनों बच्चे अचानक अनाथ हो गए। ये बच्चे अपनी मां के लिए रोते ही रह गए। इस मामले में अब तक किसी दोषी के विरुद्ध कोई कारवाही नहीं की गई है। इसलिए कुपया इस हादसे के जिम्मेदार के विरुद्ध अविलम्ब कार्रवाही की जाए।
सिलनवाद में किशोर की मौत
इसी तरह 14 जुलाई को लाडनूं के ही गाँव सिलनवाद में 14-15 वर्ष का एक किशोर अपने घर से दूध लेने के लिए निकला और बिजली के खम्बे की तान के पास जाते ही करंट आकरवह भी काल का ग्रास बन गया। यह घटना भी बहुत पीड़ादायक और हर किसी को दुःखी कर देने वाली है।
बिजली सुधार के लिए केबल बदली जाए और तीन जीएसएस की मंजूरी हो
कालेरा ने अपने ज्ञापन में बिजल की समस्या बताते हुए लिखा है कि लाडनूं क्षेत्र में बिजली की भारी कटौती की जा रही है। रात-दिन में कभी भी अनिश्चित समय के लिए विद्युत आपूर्ति बंद हो जाती है। किसानों को ट्रांसफार्मर्स जलने पर निगम के अधिकारी 3-4 दिन तक उपलब्ध नहीं करवाते, जिससे किसानांे को फसल में नुकसान उठाना पड़ता है। बिजली के सुधार हेतु व दुर्घटना के बचाव हेतु पूरे क्षेत्र में एबी केबल सिगल फेज, थ्री फेज सन् 2004-05 में लगी थी (एफआरपी के तहत)। अभी तक सारे सिस्टम में वही केबल लगी हुई है, जो कि हर गांव में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है व स्टे इन्सुलेटर (गिरी) कही भी तान में नहीं लगे हैं, जिससे ज्यादा करंट आने की सम्भावना रहती है, इसलिये जहां स्टे इन्सुलेटर (गिरी) नहीं लगी है, उन्हें चिह्नित कर लगाई जाये व एबी केबल पूरे क्षेत्र की बदली जाये तथा क्षतिग्रस्त खम्बे तुरंत बदले जाये। सहायक अभियंता कार्यालय निम्बी जोधा के अन्तर्गत तीन जगह गैनाणा, खामियाद व मणूं में 33 केवी जीएसएस की स्वीकृति इसी बजट में दिलवा कर इस क्षेत्र किी विद्युत समस्या का समाधान करवाएं।
करंट बालाजी चौराहा के समाधान की मांग
उन्होंने मुख्यमंत्री का ध्यान लाडनूं शहर का करंट बालाजी चौराहा की तरफ दिलाते हुए बताया है कि करंट बालाजी चौराहा अब दुर्घटनाओं का चौराहा बन चुका है। यहां बहुत ज्यादा दुर्घटनायंे होती हैं। इसलिए यहां पर सर्किल बना दिया जाये व चौराहा की चैड़ाई बढा कर इसे विकसित किया जाये, जिससे दुर्घटनाएं नहीं हांे। इसी तरह से निम्बी जोधा टोल प्लाजा से हुडास गाँव तक नेशनल हाइवे 58 पर बहुत ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं, इसके समाधान का उपाय किया जाये।
जल जीवन मिशन में मनमर्जी से आधा-अधूरा काम हुआ
कालेरा ने लिखा है कि लाडनूं क्षेत्र में जल जीवन मिशन के तहत पिछले करीब 2 साल से कार्य चल रहा है। इसमें ठेकेदार की मनमर्जी से बिना मापदंड के आधी-अधूरी लाइनें डाली गई है तथा इनमें घटिया सामग्री काम में ली गयी है। इससे पानी की सप्लाई सही नहीं हो रही है। जहां पानी आ रहा है, वहां ज्यादातर कनेक्शन लीकेज हो रहे हैं। इससे सड़कों को भी नुक्सान हो रहा है व कीचड़ होने की वजह से बीमारियों फैलने का अंदेशा बना रहता है।