रास नहीं आया ग्रामीणों को मंगलपुरा पंचायत को नगर पालिका में विलय करना,
लाडनूं एसडीएम ओफिस के सामने धरने पर बैठे गांवों के लोग
लाडनूं (kalamkala.in)। वैसे तो परिसीमन एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन हर परिसीमन के बाद उसका विरोध होता ही है। कुछ लोगों को बदली हुई सीमाएं और व्यवस्थाएं पसंद आती है और कुछ लोगों को वे बिल्कुल रास नहीं आती। यही हाल लाडनूं क्षेत्र में बना हुआ है। यहां नगर पालिका के सभी वार्डों का पुनर्गठन करके सीमाओं में अच्छा-खासा बदलाव कर डाला गया है, तो ग्रामीण क्षैत्र को भी भारी बदलाव का सामना करना पड़ रहा है। अनेक नई ग्राम पंचायतों का गठन होना है और कोई ग्राम पंचायत विलीन भी हो जाएगी। नई पंचायत समिति का गठन भी होना है, तो ग्राम पंचायतों की सीमाओं में भी भारी परिवर्तन आने वाला है। लाडनूं शहरी क्षेत्र से लगभग एकमेक हो चुके मंगलपुरा की ग्राम पंचायत भी इसकी चपेट में आ चुकी है। इसे ग्राम पंचायत से विलीन कर दिया गया है और नगर पालिका के वार्डों में विभाजित कर दिया गया है। यह सारा किया-धरा ग्रामवासियों को जरा भी रास नहीं आया है। वे इसकी खबरें आनी शुरू होने से ही इसका विरोध करने में जुट गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों को मिलने वाली सुविधाओं को वे छोड़ना नहीं चाहते और शहर से चिपता हुआ होने से शहरी सुविधाओं का लाभ वे ऐसे ही उठाते आ रहे हैं। वे अब ग्रामीण हकों का त्याग करने को तैयार नहीं हो पा रहे हैं। मंगलपुरा क्षेत्र के लोग हरदम तक चाहते हैं कि उनका शहरीकरण नहीं होना चाहिए। इसके लिए अब उन्होंने लाडनूं में उपखंड कार्यालय के सामने धरना शुरू किया है। उन्होंने इसे लेकर यहां तहसीलदार अनिरुद्ध पांडेय को मुख्यमंत्री के नाम का एक ज्ञापन भी सौंपा है और अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी दी है।
यह सौंपा गया ज्ञापन
मुख्यमंत्री के नाम से सौंपे ज्ञापन में बताया गया है कि राजस्व ग्राम मंगलपुरा, गोरेड़ी, चकगोरेड़ी, नाटास व खिंदास को राज्य सरकार के विशिष्ट सचिव स्वायत शासन विभाग जयपुर के पत्र क्रमांक निर्वा./न. पा./ सीमावृद्धि/अधिसूचना/2025/684 दिनांक 18.03.2025 के मार्फत नगरपालिका में सम्मिलित किया गया है, जिसके विरोध स्वरूप ग्रामीण धरना-प्रर्दशन पर उतरे हैं। आगे बताया गया है कि ग्राम पंचायत मंगलपुरा के वर्तमान प्रशासक व गठित कमेटी के सदस्य पंच व उपसरपंच तथा ग्राम मंगलपुरा, गोरेड़ी, चकगोरेड़ी, नाटास, खिंदास के लोगों ने गत 15 फरवरी से 15 अप्रेल तक प्रशासन को ज्ञापन देकर ग्राम पंचायत मंगलपुरा को नगर पालिका लाडनूं की सीमा में उनकी बिना सहमति लिये जबरदस्ती तुगलकी फरमान जारी करते हुए अधिसूचना सं. निर्वा./न.पा./ सीमावृद्धि/अधिसूचना/2025/684 दिनांक 18.03.2025 के जरिये नगरपालिका लाडनूं में जोड़ा जाने का विरोध किया जा रहा है। लगातार विरोध के बावजूद उनकी सुनवाई नहीं की गई। इस कारण धरना-प्रदर्शन, आन्दोलन के लिए मंगलपुरा व ग्राम पंचायत मंगलपुरा के लोगों को उतरना पड़ रहा है। जिसकी सूचना 7 अप्रेल को दी जा चुकी थी। सुनवाई नहीं होने के कारण अब 15 अप्रेल से उपखण्ड अधिकारी लाडनूं के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू किया गया है। ज्ञापन में मांग की गई है कि इस अधिसूचना को वापस लें/निरस्त करें और ग्राम पंचायत मंगलपुरा की जनभावना का आदर करते हुये ग्राम पंचायत मंगलपुरा की पूर्व स्थिति बहाल की जाए। ज्ञापन देने व धरने पर बैठने वालों में ग्राम पंचायत के प्रशासक चम्पालाल मेघवाल, उपसरपंच तोलाराम मारोठिया, पंच कालूराम गौरेड़ी, मदनलाल बेरा, बाबूलाल, जेठाराम चक गोरेड़ी, बंशीधर आदि और बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे।
