कुचामन में पेश हुई साम्प्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल,
मुस्लिम पर्व की पूर्व संध्या पर हिंदू बहनों ने आगे आकर मुस्लिम महिलाओं की हथेलियों पर मोहब्बत की मेंहदी रचाई
शब्बीक अहमद उस्मानी, पत्रकार। कुचामन सिटी (kalamkala.in)। राजस्थान के कुछ क्षेत्रों के साथ देश के कई इलाकों में जहां एक ओर धार्मिक तनाव की खबरें आती रहती हैं, वहीं दूसरी ओर कुचामन सिटी से दिल को छू लेने वाली एक मिसाल सामने आई है, जो भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब और साम्प्रदायिक सौहार्द की तस्वीर पेश करती है। शुक्रवार को, ईद-उल-अजहा (7 जून, शनिवार) की पूर्व संध्या पर शहर के सेवा समिति आयुर्वेदिक औषधालय के पास स्थित एमडी एकेडमी में एक विशेष आयोजन हुआ, जिसने सबका दिल जीत लिया।इस आयोजन में हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखने वाली एमडी एकेडमी की छात्राओं ने मुस्लिम बहनों की ईद की तैयारी में अपनी सहभागिता निभाते हुए लगभग 100 मुस्लिम महिलाओं और युवतियों को नि:शुल्क मेंहदी लगाई। यह दृश्य कुचामन की सामाजिक एकता और सौहार्द की जीवंत झलक बन गया।कार्यक्रम का आयोजन एमडी ग्रुप द्वारा किया गया, जिसके डायरेक्टर शशिकांत ने बताया कि कुचामन शहर ने हमेशा से कौमी एकता और सामाजिक समरसता की परंपरा को जिंदा रखा है। हमारा यह आयोजन उसी परंपरा को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसे आयोजन समाज में विश्वास और भाईचारे को मजबूत करने का माध्यम हैं और भविष्य में भी संस्थान इस तरह की पहल करता रहेगा। इस आयोजन ने न सिर्फ दो समुदायों को जोड़ने का कार्य किया, बल्कि यह साबित कर दिया कि भारत की असली ताकत उसकी विविधता में निहित एकता है।ईद-उल-अजहा को लेकर जहां मुस्लिम समाज अपनी धार्मिक तैयारियों में जुटा है, वहीं हिंदू समुदाय की यह भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि जब दिल जुड़े होते हैं तो त्यौहार सिर्फ एक धर्म के नहीं रह जाते, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए खुशी और सौहार्द का अवसर बन जाते हैं।
