बीस वर्षीया विवाहिता युवती का अपहरण कर सामुहिक दुष्कर्म किया और बनाए अश्लील वीडियो,
कार की पिछली सीट पर और फिर होटल में कमरा लेकर किया दुष्कर्म, महिला के पति के विदेश में होने का उठाया फायदा
लाडनूं। एक 20 वर्षीया विवाहिता युवती का अपहरण करके उसके साथ सामुहिक दुष्कर्म करने के मुख्य आरोपी का पुलिस ने पता लगा लिया है। उसके महाराष्ट्र में होने की जानकारी मिलने के बाद यहां से 3 सदस्यीय पुलिस टीम को उसे दस्तयाब करके लाने के लिए यहां से भेजा गया है। उनके सोमवार को मुलजिम को लेकर लौटने की उम्मीद है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जसवंतगढ पुलिस थाने के अन्तर्गत एक गांव की एक 20 वर्षीया विवाहिता युवती ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि वह अपने घर में कमरे में सो रही थी कि उसी के गांव का परिचित मुलजिम मोहन प्रजापत रात को एक बजे उसके कमरे के अंदर घुस आया। उसके साथ बाहर दूसरा मुलजिम लियाकत खड़ा था। मोहन ने उसे एक रूमाल सुंघा कर बेहाश कर दिया और बाहर खड़ी स्विफ्ट गाड़ी में डाल कर एक ग्रामीण मार्ग की तरफ ले गया और वहां कार को रोक कर मुलजिम मोहन और गाड़ी चालक करण बंजारा ने दोनों ने अर्द्धचेतनावस्था में उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया और दोनों ने अपने-अपने मोबाइलों में उसके वीडियो भी बनाए। इसके बाद वे उसे कार से लाडनूं होकर नागौर की तरफ ले गए। वहां नागौर रोड पर कृष्णा होटल में ले गए। होटल में भी उसके साथ मोहन ने दुष्कर्म किया और वीडियो बनाए। उन दोनों ने वे वीडियो वहां पर उसे दिखाए भी और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर किसी को कुछ भी बताने से मना किया। 28 जून को यह मामला दर्ज होते ही मुलजिमान यहां से फरार हो गए। पुलिस ने मशक्कत और तकनीक का सहयोग लेकर मुख्य मुलजिम का पता लगाया है और उसे लेने के लिए टीम को महाराष्ट्र भेजा गया है। इस मामले की जांच पुलिस उप अधीक्षक राजेश ढाका कर रहे हैं।
अश्लील वीडियो बना कर डराया-धमकाया
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार अपहृता युवती के घरवालों के जसवंगढ पुलिस थाने में पहुंचने की जानकारी मिलने पर मुलजिमान अगली सुबह उसे होटल से लेकर लाडनूं के आसपास सड़क पर लाकर गाड़ी में ही उसे करीब दो घंटे तक डराया-धमकाया और कहा कि किसी को भी उनके बारे में कुछ भी बताया तो तेरे फोटो व वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल कर देंगे। उन्होंने उसे मजबूर किया कि पुलिस में जाकर उनके पक्ष में बयान देना, नहीं तो समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद वे युवती को शाम के समय जसवन्तगढ़ में पुलिस थाना के सामने छोडकर चले गये। वहां से पुलिस ने उसके कहने पर सास के साथ ससुराल भेज दिया। वहां सा और विदेश में रह रहे पति ने फोन पर उसे सांत्वना दी और हौसला बढाया, जब वह दो दिन बाद पुलिस में मुलजिमानों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाने पहुंची है।
पहले फोन पर बढाया था सम्पर्क
पीड़िता युवती का पति विदेश रहता है। उसे कोई संतान नहीं है। उसके ससुराल के घर में उसकी सास और बड़ी बहिन इन तीन महिलाओं के अलावा कोई पुरूष सदस्य नहीं था। पीड़िता का अपनी रिपोर्ट में कहना है कि उसके पति पिछले करीब डेढ साल से विदेश में रहते है। उनके जाने के बाद मुल्जिम मोहन पुत्र जगदीश प्रजापत ने कई दिन पूर्व उसे फोन कर पूछा कि उसका पति विदेश से कब आयेगा, जिस पर पता नहीं होने का कहने के बाद भी वह किसी न किसी बहाने से उसके साथ जबरदस्ती बात करने लगा। कई बार उसने उसे गलत काम करने को कहा, लेकिन साफ मना करने पर उसने धमकी दी कि वह उसे किसी दिन उठाकर ले जाएगा। इसके बाद गत 24 जून को मुल्जिम लियाकत खां पुत्र बाबू खा ने भी फोन कर धमकी दी कि तू मोहन से बातचीत करती है, तुझे मेरे से भी बातचीत करनी पडेगी व धमकी भी दी। इसके बाद 25 व 26 जून की ददरमियानी रात को एक बजे जब वह अपने कमरे में सो रही थी, तब इन्होंने उसका अपहरण किया।