आदर्श विद्या मंदिर ने फहराया परचम,
छात्रा दिव्या रही राज्य मैरिट में तीसरे स्थान पर, नागौर जिले में बनाया प्रथम स्थान, साइंटिस्ट बनना चाहती है दिव्या,
सभी ने हर्ष जताया
लाडनूं। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के विज्ञान वर्ग 12वीं के परीक्षा परिणाम में आदर्श विद्या मन्दिर शिक्षण संस्थान उच्च माध्यमिक विद्यालय निम्बी जोधां की छात्रा ने राज्य स्तर पर अपना स्थान बनाया है। यह छात्रा दिव्या पाण्डिया पुत्री महेश पाण्डिया ने 98.60 प्रतिशत अंक प्राप्त करके राज्य स्तर पर तृतीय स्थान एवं जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी विद्यालय की छात्रा निधि राठौङ पुत्री भंवरसिंह राठौङ ने 97 प्रतिशत अंक प्राप्त करके राज्य स्तर पर ग्यारहवां स्थान प्राप्त किया तथा विद्यालय के छात्र विरेन्द्र चबराल पुत्र हनुमानाराम ने 96.20 प्रतिशत अंको के साथ विद्यालय में तृतीय स्थान प्राप्त किया है। विद्यालय के सुनिल ने 95.60 प्रतिशत, सुमन ईशरावा 95.40 प्रतिशत, अनिल 95.20 प्रतिशत, पंकज मण्डा 95.20 प्रतिशत अंक प्राप्त किये विद्यालय का सम्पूर्ण परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत व सर्वश्रेष्ठ रहा। विद्यालय के कुल 101 विद्यार्थियों में 95 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले कुल 7 विद्यार्थी रहे। 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 25 विद्यार्थी है। 85 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 54 विद्यार्थी हैं और 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 72 विद्यार्थी है। इस प्रकार सभी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए है। लाडनूं तहसील व निम्बी जोधां क्षेत्र के इस अव्वल परीक्षा परिणाम पर विद्यालय के निदेशक राजूराम बिडियासर, प्रधानाचार्य पुखराज बिडियासर तथा व्याख्याता अरविन्द पंवार, दयानन्द राङ, जगदीश गेणा, लालाराम घोटीया, पुरखाराम कलवानियां, राजेन्द्रसिंह व अभिभावक सोहनलाल जोशी, कृपाशंकर पाण्डिया, महेश पाण्डिया, भगवानाराम खिचड, ओमप्रकाश डारा, महेन्द्र बिडियासर ने खुशी प्रकट की तथा विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
वैज्ञानिक बनना चाहती है दिव्या
भरनांवा गांव की बेटी दिव्या पाड़िया पुत्री महेश पांड़िया (पोती रघुनाथ पाड़िया) निंबी जोधा की आदर्श विद्या स्कूल में पढ़ कर बारहवीं कक्षा के विज्ञान वर्ग में 98.60% अंक प्राप्त राजस्थान में तीसरे स्थान पर रही। अपनी इस उपलब्धि के लिए दिव्या ने अपने परिवार के साथ ही अपनी स्कूल के सभी अध्यापकों को सफलता का श्रेय दिया है। उसने भविष्य में साइंटिस्ट बनकर देश सेवा करने की इच्छा प्रकट की है।