शरीर की ऊर्जा बढाने के साथ मन को भी शांत करते हैं योगासन- मुनिश्री जयकुमार,
लाडनूं में प्रतिदिन उठा रहे हैं लोग नि:शुल्क योग ध्यान प्रशिक्षण के शिविर का लाभ
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। तपस्वी संत मुनिश्री जय कुमार ने कहा है कि शरीर और मन दोनों को सेहतमंद बनाए रखने के लिए अपनी दिनचर्या में योगासनों की नियमितता को शामिल करके लाभ प्राप्त किया जा सकता है। योगासन, शरीर में ऊर्जा के स्तर को बढ़ावा देने के साथ ही मन को भी शांत करते हैं। इस तरह जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए योगासनों का नियमित अभ्यास काफी मददगार हो सकता है। वे यहां आचार्य तुलसी अंतर्राष्ट्रीय परीक्षा अध्ययन केंद्र में संचालित निःशुल्क योग ध्यान शिविर में सम्बोधित कर रहे थे। शिविर प्रतिदिन प्रातः 6 से 7 बजे तक संचालित होता है, जिसमें महिला व पुरुषों को पृथक-पृथक योगाभ्यास करवाया जाता है।
समग्र स्वास्थ्य के लिए मुद्राओं, श्वसन व ध्यान का संयोजन जरूरी
शिविर में मुनिश्री जयकुमार ने कहा कि योग का अभ्यास शरीर, श्वास और मन को जोड़ता है। समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए योगासनों में शारीरिक मुद्राओं, सांस सम्बंधी व्यायाम और ध्यान का संयोजन किया जाता है। शिविर में अनेक स्लाइडों के माध्यम से योग, ध्यान, प्राणायाम के विभिन्न लाभों के बारे में भी बताया गया। शिविर में बताया गया कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कई तरह की बीमारियों के जोखिम को कम करने से लेकर सेहत को बूस्ट देने तक के लिए योगासनों का अभ्यास करना सहायक हो सकता है। प्राणायाम से लेकर कई तरह की योग मुद्राओं का अभ्यास शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में मददगार हो सकते हैं।