सीएलजी सदस्य कानून व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय योगदान करें- एसडीएम,
लाडनूं में सीएलजी की बैठक में ताजियों को शांति पूर्वक निकाले जाने के लिए किया विचार-विमर्श
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। स्थानीय पंचायत समिति सभागार में मोहर्रम को लेकर उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार की अध्यक्षता में सीएलजी व शांति समिति के सदस्यों की बैठक आयोजित की गई। एसडीएम ने मोहर्रम त्योहार को शांतिपूर्वक एवं परस्पर सौहार्द बनाए रख कर मनाए जाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने सभी सीएलजी सदस्यों से कानून व्यवस्था बनाए रखने में सक्रिय सहयोग प्रदान करने की अपील की।
ताजियों की व्यवस्थाओं की ली जानकारी
बैठक में मोहर्रम के त्योंहार को लेकर व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श किया गया। पुलिस ने ताजिएदारों से ताजिया निकाले जाने के समय, मार्ग आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। शहर से निकाले वाले तीन ताजियों के बारे में ताजियादार बलजी बिसायती ने पूरी जानकारी दी। सभी उपस्थित सदस्यों के साथ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने इस अवसर पर की जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में आवश्यक व्यवस्थाओं पर विचार विमर्श किया।
ताजियों को लेकर दिए आवश्यक निर्देश
उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार ने ताजियों के लाईसेंस के लिए अधिकृत व्यक्तियों को अपने लाईसेंस नवीकृत करवाने के निर्देश दिए। उन्हें अपने वालंटियर नियुक्त करने के निर्देश भी दिए गए। पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल ने बैठक में आए गए बिंदुओं में नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को ताजियों के जुलूस के मार्ग में आवारा पशुओं व सांड आदि के घुसने नहीं देने की व्यवस्था करने, सफाई व सड़क पर गड्ढे वगैरह दुरुस्त करने के निर्देश दिए। एसडीएम ने विद्युत वितरण निगम के कनिष्ठ अभियंता साहिल को ढीले तारों को कसवाने व बिजली की आवश्यक व्यवस्था के बारे में निर्देश दिए। बैठक में मंदिरों की आरती से पूर्व ताजियों को निकाल लेने पर सहमति बनी।
बैठक में ये सब रहे उपस्थित
बैठक में उपखंड अधिकारी मिथिलेश व पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल के अलावा थानाधिकारी रामनिवास मीणा, नगर पालिका के ईओ जितेंद्र कुमार मीणा, राजेन्द्र सिंह पंवार, कनिष्ठ अभियंता साहिल गौरी, कांस्टेबल साकिर, आमीन खान, शहर काजी सैयद मदनी अशरफी, पार्षद सुमित्रा आर्य, जेपी टाक, शिम्भु सिंह जैतमाल, मुमताज चोपदार, सुशील पिपलवा, इशाक शेख, नरपत सिंह गौड़, एडवोकेट नरेंद्र भोजक, बलजी बिसायती, मो. हनीफ गौरी, याकूब शोरगर, रामकिशोर प्रजापत आदि उपस्थित रहे।