जिला नहीं घोषित होने पर सुजानगढ़ में प्रदर्शन और तनाव का माहौल, सुजानगढ अनिश्चितकाल के लिए बंद,
प्रदर्शनकारियों ने करवाए बाजार बन्द, नेशनल हाईवे जाम, विधायक निवास पर भारी भीड़ जमा
सुजानगढ़। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा शुक्रवार को राजस्थान में 19 नए जिले और 3 नए संभाग बनाए जाने की घोषणा में सुजानगढ को जिला बनाए जाने से वंचित किए जाने को लेकर लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है। सुजानगढ़ को जिला नहीं बनाए जाने पर पूरी विधानसभा क्षेत्र में लोगों ने असंतोष व आक्रोश प्रकट किया है और उन्होंने प्रदर्शन करते हुए आन्दोलन को उग्र बना दिया है। शनिवार को लोगों ने अनिश्चित काल के लिए समूचा बाजार बन्द करवा दिया। विधायक निवास पर भी धरना शुरू किया गया है। जनहित संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर सैंकड़ों लोगों ने गांधी चैक पहुंचकर जोरदार प्रदर्शन किया। इसके अलावा करीब एक हजार लोग बोबासर पुलिया पहुंचे और एनएच 58 को जाम कर दिया, जिससे दोनों साइड 10 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया। वहीं सालासर और सुजनागढ़ जाने वाले रास्ते बन्द कर दिए। इसके बाद युवकों ने नेशनल हाईवे पर टायर जलाकर विधायक मनोज मेघवाल और सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शुक्रवार शाम 7.30 बजे ही लोग गांधी चैक में इकट्ठा हो गए थे और विधायक सीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। युवकों ने सीएम अशोक गहलोत के पोस्टर फाड़ दिए।
पुलिसकर्मियों कीे तैनाती
शहर के मुख्य चैराहे पर भारी संख्या में युवाओं के इकट्ठे होने से माहौल काफी तनाव पूर्ण हो चुका है। पूरी स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए सुजानगढ में विधायक आवास के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात किया है। साथ ही हालात की नजाकत को समझते हुए अतिरिक्त सुरक्षाबलों को भी बुलाया गया है। दूसरी तरफ भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने विधायक आवास ‘जय निवास’ के बाहर धरना शुरू कर दिया। यहां विधायक का पुतला जलाकर जोरदार नारेबाजी की। इस बीच विधायक निवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। प्रदर्शनकारियों द्वारा सुजानगढ से लगे हाईवे जाम है। मौके पर एएसपी महिला सेल चूरू देवानन्द, सुजानगढ़ डीएसपी रामप्रताप विश्नोई, सरदार शहर डीएसपी नरेन्द्र शर्मा, बीदासर डीएसपी प्रह्लाद राय सहित सुजानगढ़ कोतवाली, सदर और बीदासर पुलिस का भारी जाप्ता मौजूद है। सुजानगढ के अलावा जिला घोषित नहीं करने को लेकर बीदासर, कातर में भी विरोध चल रहा है।
जिला बनाए जाने तक ना बाजार खोलेंगे और ना हाईवे
जिले के लिए 421 दिनों से धरना दे रहे जनहित संघर्ष मोर्चा के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ने आपात बैठक बुलाई और वे गांधी चैक पहुंच गए। विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के पार्षद, भाजपा और आरएलपी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। इस दौरान सीएम अशोक गहलोत का पुतला जलाया गया। प्रदर्शन को पूर्व उपसभापति बाबूलाल कुलदीप, शेरसिंह भाटी, रामनारायण रुलानिया, बनवारीलाल बिजारणिया, रामकुमार मेघवाल, गुरुदेव गोदारा, शाहिद खान, हरिओम खोड़, नरेन्द्र गुर्जर सहित दर्जनों लोगों ने सम्बोधित किया। सभी वक्ताओं ने विधायक मनोज मेघवाल और सीएम अशोक को जमकर कोसा। कई वक्ताओं ने इसे विधायक की नाकामी बताया। मंच से घोषणा की गई कि अगर सुजानगढ़ जिला नहीं बनता है तो विधायक को शहर में नहीं घुसने दिया जाएगा। मोर्चा के अध्यक्ष रामकुमार मेघवाल ने बताया कि विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा, जिसमें अनिश्चितकालीन बाजार बन्द और चक्का जाम शामिल है। इस सम्बंध में जनहित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष रामकुमार मेघवाल का कहना है कि 422 दिन से हमारा जिला बनाने को लेकर हमारा धरना चल रहा था। कल शाम से यहे अब आन्दोलन के रूप में शुरू हो गया है। लोग साथ आकर निरन्तर जुड़ते जा रहे हैं। अब जिले की घोषणा तक ना तो बाजार खुलेंगे, ना ही हाईवे। विभिन्न व्यापारियों का कहना है कि सुजानगढ के सभी मापदंडों में पूरा उतरने के बावजूद जिला नहीं बनाए जाने से वे संघर्ष के साथ हैं और सभी में गहरा असंतोष व्याप्त है।