नियमों को अवहेलना करके मनमर्जी से अपने चहेतों को किया भर्ती, सारी प्रक्रिया गुपचुप करने का आरोप,
लाडनूं नगर पालिका में हुई सफाई भर्ती प्रक्रिया को लेकर वाल्मीकि समाज ने जताया रोष, ज्ञापन सौंपा
लाडनूं। यहां नगरपालिका में सफाईकर्मियों की भर्ती में नियमों को ताक पर रखकर एक ही परिवार के अनेक लोगों को नौकरियां देने एवं स्वीकृत पदों के सम्बंध में जारी किसी सूचना को र्सजनिक रूप से प्रकाशित नहीं करने, सफाईकर्मियों की भर्ती में लाटरी पद्धति नहीं अपनाए जाने एवं इस सम्बंध में किसी भी प्रकार का कोई सर्वे नहीं करवाए जाने को लेकर यहां वाल्मीकि समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय वाल्मीकि समाज की महिलाओं एवं पुरूषों ने बढ़ी संख्या में डीडवाना पहुंच कर अतिरिक्त जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सफाईकर्मी भर्ती मामले की सम्पूर्ण जांच करवाई जाने एवं दोषी अधिकारी व कर्मचारी के विरूद्ध सक्षम कार्रवाई करने की मांग की गई। ज्ञापन में बताया गया कि नगरपालिका लाडनूं सफाईकर्मी 2023 में सामान्य वर्ग में सफाई भर्ती में किए गए घोटाले की जांच कर दोषी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने तथा नियम विरुद्ध दी गई नियुक्तियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त की जाए। ज्ञापन में सफाईकर्मियों की इस भर्ती प्रकिया को पालिका के तत्कालीन अधिकारियांे एवं कर्मचारियों की मिलीभगत से मनमर्जी से अपने चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने और नियमविरुद्ध प्रक्रिया को पूर्ण कर नियुक्ति प्रदान करने के आरोप लगाते हुए पूर्ण असंवैधानिक बताया गया है और लिखा गया है कि इसमें अन्य आवेदकों के साथ अन्याय हुआ है। ज्ञापन में बिन्दुवार जांच की मांग करते हुए लिखा गया है कि जांच करवाकर इस भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कराया जाए।
ईओ, ओए व एसआई की भूमिका की जांच जरूरी
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि सफाई कर्मचारियों की भर्ती नगरपालिका मंडल लाडनूं द्वारा मनमाने ढंग से की गई है। सामान्य वर्ग की भर्ती में स्वीकृत पदों की कोई सूचना प्रकाशित नहीं की गई और नगर पालिका मंडल के नोटिस बोर्ड पर चस्पा भी नहीं की गई। सफाईकर्मी का चयन लॉटरी पद्धति या सर्वे करवाकर तथा कमेटी गठित करके की जानी थी, लेकिन सब मनमाने ढंग किया जाकर भर्ती की गई है। इसमे ंखुला भ्रष्टाचार भी हुआ है। सफाई भर्ती कार्मिकों को नगर पालिका की प्री-पे-मैनेजर साईट पर ऑन लाइन डाटा फीड करके वेतन का भुगतान किया जा रहा है, जबकि इन नव-नियुक्त कार्मिकों का हाजिरी रजिस्टर सत्यापन तक नहीं करवाया गया है। इसमे एसआई की भूमिका संदिग्ध नगर आ रही है। सामान्य वर्ग में नियुक्तियां अधिशाषी अधिकारी सुरेन्द्र कुमार मीणा व ओए संजय कुमार बारासा द्वारा की गई। इसमें नियुक्तियों से पूर्व ओए द्वारा अपने घर पर मौहल्ले के धनाढ्य वर्ग के लोगो को बुलाना षडयंत्र की सूचना देता है। इसमें उन्होंने अपने रिश्तेदारों को 7 तथा 25 अन्य नियुक्तियां देते हुए कुल 32 जनों को भर्ती किया गया है, जिसमें बीपीएल, विधवा, विकलांग एवं परित्यक्ता वर्ग को भर्ती से वंचित रखा गया है। भर्ती प्रक्रिया में मुख्य भूमिका निभाने वाले ओए को तुरंत प्रभाव से निलंबित लिया जाये तथा इस घोटाले की अतिशीध जांच करवाकर दोषी लोगो पर कठोर कार्यवाही की जाए। ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि इस भर्ती प्रकिया को तुरंत प्रभाव से निरस्त नहीं किया गया तो उनके द्वारा जन आंदोलन चलाया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में महिला नैत्री मनीषा शर्मा, वाल्मीकि समाज के अध्यक्ष ताराचन्द्र सांगेला, जसकरण सूर्या, मीरा, सीमा, प्रकाश, कल्पना, बिमला, लक्ष्मी देवी, अन्जू, शारदा, ममता, रत्तू, साबुड़ी, रामप्यारी, मंजू देवी, सोनू, निरमा, सुशीला, राजूराम, कमला, मीनू आदि मौजूद रही।