लाडनूं में परम्परागत ढंग से मनाई गई ईद, सजाए अनेक मार्ग, मस्जिदें, लगाए स्वागत द्वार,
अल्लाह की बारगाह में सिजदे में झुके हजारों सिर
लाडनूं। यहां रमजान के पावन माह के रोजों के बाद आई ईद का त्यौंहार परम्परागत ढंग से मनाई गई। इस अवसर पर शहर भर में अनेक स्वागत द्वार बनाए गये, मस्जिदों और रास्तों को सजाया गया। ईद पर यहां बड़ाबास स्थित शाही ईदगाह, सुनारी रोड़ स्थित नई ईदगाह और जसवंतगढ रोड स्थित जदीदी ईदगाह सहित वहाबी समुदाय की कुछ मस्जिदों में ईद की नमाज सामुहिक रूप से पढी गई। इस अवसर पर मुख्य शहर काजी शाही इमाम सैयद मोहम्मद अली अशरफी ने, शाही ईदगाह मस्जिद बड़ाबास में, शहर काजी मो. मदनी अशरफी ने और जदीदी ईदगाह में मौलाना साबिर सलफी ने सबको ईद की नमाज अदा करवाई। सभी ने इस अवसर पर देश की खुशहाली और अमन व चैन की दुआ मांगी। ईद की नमाज के बाद ईदगाहों के बाहर बड़ी संख्या में हिंदू भाईयों ने भी पहुंच कर सब नमाजियों को ईद की मुबारकबाद दी। इनमें विधायक मुकेश भाकर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रामनिवास पटेल, नगर पालिका के अध्यक्ष रावत खां लाडवाण, उपाध्यक्ष मुकेश खींची, पीसीसी सदस्य शौकत खां, पूर्व पीसीसी सदस्य लियाकत अली खां, बाबू लाल लखारा, सुजला जिला बनाओ संघर्ष समिति लाडनूं के संयोजक मो. मुश्ताक खान कायमखानी, जाकिर खां, शबीर शेख, हारून बड़गुजर, सलीम सिलावट, अयूब खां सामदखानी, पार्षद हाजी सतार खां, मुनसब खां, शब्बीर खां लाडवाण, सतार खां सामदखानी, हुसैन खां हुसैनखानी, मुराद खां लाडवाण, मास्टर रणजीत खां, मंगतू खां आदि ने परस्पर गले लग कर ईद की बधाइयां दी। इस अवसर पर शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तहसीलदार डा. सुरेन्द्र भास्कर, थानाधिकारी भजनलाल एवं भारी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा।
