घर में घुस कर मारपीट करने व जान से मारने की धमकी से डर कर पीड़ित महिला ने लाडनूं छोड़ा,
मगरा बास में गुर्जर परिवार में हुई वारदात, महिला को घसीटा, बीचबचाव करने पर लाठी से वार, जाते-जाते धमकियां दी
लाडनूं (kalamkala.in)। यहां मगरा बास स्थित देवनारायण काॅलोनी में एक परिवार के घर सगाई के सम्बंध में बातचीत के दौरान कुछ लोगों ने एकराय होकर घर में घुस कर हमला किया और सबके साथ धक्का-मुक्की व मारपीट की और जानलेवा हमले के बाद दी गई धमकी से डर कर महिला अपने परिवार सहित दूसरे गांव में रहने को मजबूर हो गई। इस बारे में पुलिस द्वारा रिपोर्ट को परिवाद के रूप में लेकर कोई कार्रवाई नहीं करने पर न्यायालय ने रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए, जिस पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई है।
इस सम्बंध में न्यायालय से आए इस्तगाशे में आचु देवी (43) पत्नी स्व. माणकचन्द गुर्जर निवासी देवनारायण कालोनी मगरा बास लाडनूं ने बताया है कि गत 24 अप्रेल को सुबह करीब 11.30 बजे उनके घर पर उसकी पुत्री की सगाई से संबंध में बातचीत के लिए आए हुए देवकरण, हेमाराम, जेठाराम व पुत्री अंकिता निवासी दुगोली तहसील जायल आये हुये थे और आपस में बातचीत चल रही थी, कि अचानक हाथों में लाठियां लेकर एकराय होकर जबरन घर में घुसकर लिछुराम पुत्र शेरजी बांसला, टीकूराम पुत्र लिछुराम, कमोड पत्नी भंवरजी, नत्थू पत्नी लिछुराम, शांति पत्नी दानाराम, शांति पत्नी हणुताराम, माया पत्नी मूलचन्द जाति गुर्जर निवासी देवनारायण कॉलोनी लाडनूं ने हमला कर दिया और उन सबके साथ धक्का-मुक्की करने लगे। उसे खुद को पकड़कर घसीटा तथा पुत्री अंकिता के ससुर देवकरण के हाथ पर लाठी की मारने की कोशिश टीकुराम ने की, जिसका उसने बचाव करके उनकी जान बचाई गई। सभी मुल्जिमान ने जाते-जाते धमकी दी कि कल तेरे को जान से मारेगें। इन सब धमकियों से डर कर वे अपना घर छोड़ कर दुगोली गांव में अपनी बड़ी पुत्री के पास रहने को मजबूर हो गए हैं। पुलिस को इसकी उसी दिन रिपोर्ट दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई, फिर रजिस्टर्ड डाक से एसपी को भेजी। कार्रवाई नहीं होने पर न्यायालय की शरण लेनी पड़ी है। स्थानीय पुलिस ने इस इस्तगासा की रिपोर्ट को धारा 323, 341, 452, 120बी भादस के तहत एफआईआर दर्ज की है। मामले की जांच एचसी गजेन्द्र सिंह कर रहे हैं।
इस सम्बंध में न्यायालय से आए इस्तगाशे में आचु देवी (43) पत्नी स्व. माणकचन्द गुर्जर निवासी देवनारायण कालोनी मगरा बास लाडनूं ने बताया है कि गत 24 अप्रेल को सुबह करीब 11.30 बजे उनके घर पर उसकी पुत्री की सगाई से संबंध में बातचीत के लिए आए हुए देवकरण, हेमाराम, जेठाराम व पुत्री अंकिता निवासी दुगोली तहसील जायल आये हुये थे और आपस में बातचीत चल रही थी, कि अचानक हाथों में लाठियां लेकर एकराय होकर जबरन घर में घुसकर लिछुराम पुत्र शेरजी बांसला, टीकूराम पुत्र लिछुराम, कमोड पत्नी भंवरजी, नत्थू पत्नी लिछुराम, शांति पत्नी दानाराम, शांति पत्नी हणुताराम, माया पत्नी मूलचन्द जाति गुर्जर निवासी देवनारायण कॉलोनी लाडनूं ने हमला कर दिया और उन सबके साथ धक्का-मुक्की करने लगे। उसे खुद को पकड़कर घसीटा तथा पुत्री अंकिता के ससुर देवकरण के हाथ पर लाठी की मारने की कोशिश टीकुराम ने की, जिसका उसने बचाव करके उनकी जान बचाई गई। सभी मुल्जिमान ने जाते-जाते धमकी दी कि कल तेरे को जान से मारेगें। इन सब धमकियों से डर कर वे अपना घर छोड़ कर दुगोली गांव में अपनी बड़ी पुत्री के पास रहने को मजबूर हो गए हैं। पुलिस को इसकी उसी दिन रिपोर्ट दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई, फिर रजिस्टर्ड डाक से एसपी को भेजी। कार्रवाई नहीं होने पर न्यायालय की शरण लेनी पड़ी है। स्थानीय पुलिस ने इस इस्तगासा की रिपोर्ट को धारा 323, 341, 452, 120बी भादस के तहत एफआईआर दर्ज की है। मामले की जांच एचसी गजेन्द्र सिंह कर रहे हैं।