दादा ने पोते व पुत्रवधु के खिलाफ दर्ज करवाया मुकदमा,
खेत की तारबंदी के रूपए दिलवाने के नाम पर मुख्त्यारनामा तैयार करवाया और मुख्त्यारनामा से जमीन को बख्सीस किया
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। एक वयोवृद्ध व्यक्ति को उसके ही पोते वगैरह ने उसके खेत की तारबंदी के लिए सरकार से रूपए मिलने का झांस देकर उसे लाडनूं लाकर विभिन्न कागजातों पर हस्ताक्षर करवा कर फर्जी तरीकों से धोखा करके उससे जमीन का मुख्त्यारनामा तैयार करवा कर जमीन हड़पने का षड्यंत्र रचा। उन्होंने मुख्त्यारनामे के आधार पर जमीन का बख्सीसनामा तक रजिस्टर्ड करवा डाला। इस सम्बंध में जसवंतगढ पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू की है। पुलिस को मोहनराम पुत्र डालूराम जाट (उम्र 89 वर्ष) निवासी रींगण तहसील लाडनूं ने रिपोर्ट देकर बताया है कि उसकी अचल सम्पति हड़पने के आशय से उसके साथ छल कपट कर धोखाधड़ी से पावर ऑफ अर्टोनी बनाकर सम्पति हड़पी जा रही है।
दादा को तारबंदी के लिए पटा कर किया उसके साथ छल
अपनी रिपोर्ट में मोहन राम जाट ने बताया है कि वह 89 वर्ष का वृद्ध एवं सीनियर सिटीजन है। वह ग्राम रींगण में अपने छोटे पुत्र रमेश के साथ रहता है। उसके अन्य दो बड़े पुत्र मगाराम व रूघाराम अपने ससुराल रूल्याना माली, तहसील लक्ष्मणगढ़ रहते हैं। गत 16 अप्रेल को उसका पौत्र शिवराज पुत्र मगाराम ग्राम रींगण में आया तथा कहा कि दादाजी खेत के तारबंदी के रूपये सरकार द्वारा मिल रहे हैं, आप साथ चलो, आपके हस्ताक्षरों से तारबंदी के 40 हजार रूपयें मिलेंगे, जो दिलवा देता हूं। यह कहकर उसका पोता शिवराज उसे लेकर लाडनूं आया। लाडनूं में उसकी पुत्रवधु अलका पिलानियां पुत्री शिवराज दहिया व दूसरा पौत्र उमेश पुत्र रूघाराम जाट हाल निवासी रूल्याणा माली तहसील लक्ष्मणगढ़ व रवि पिलानियां पुत्र ईश्वरचन्द जाट निवासी सुतोद जिला सीकर जो उसके पोत्र शिवराज का साला हैं, पहले से ही आये हुये थे। उन सभी ने कहा कि आप अगर दो चार अंगुठे निशानी व हस्ताक्षर कर दोगे, तो इनको सरकार की तरफ से मिल रही तारबंदी सहायता के कुछ रूपये मिल जायेंगे।
छल पूर्वक धोखे में रख कर करवाए कागजातों पर अंगूठा-हस्ताक्षर
मोहनराम ने बताया है कि ये सब लोग कुछ कागज लिखापढी करवाकर लाये तथा उस लिखापढी को वहां उपस्थित नोटेरी अधिवक्ता ने सरकारी सहायता का कहकर उसके अंगूठे निशानी इन्होंने मिल कर उससे करवा लिए। सभी आरोपियों ने मिल कर उसके साथ छल-कपट व धोखाधड़ी की है तथा उसके हस्ताक्षरों से एक फर्जी मुख्त्यारनामा तैयार करवाय,ा जिसमें पुत्रवधु अल्का, शिवराज, रवि पिलानिया, उमेश कुमार व नोटेरी अधिवक्ता ने उसकी अचल सम्पति कृषि भूमि को हड़पने के आशय से 16अप्रेल को मुख्तयारनामा बनाया। इस आधार पर इन आरोपियों अल्का, शिवराज, रवि पिलानियां व उमेश कुमार ने 24 अप्रेल को उपपंजीयन कार्यालय मीठड़ी में उसकी सम्पूर्ण अचल सम्पति कृषि भूमि का बक्सीसनामा अल्का ने अपने पति शिवराज के पक्ष में निष्पादित करवा दिया। रवि पिलानियां व उमेश कुमार दोनों को उक्त षड़यंत्र की पूर्ण जानकारी थी तथा दोनो ने मुख्तयारनामा व बक्सीसनामा में साक्ष्य के रूप में अपने हस्ताक्षर दोनो दस्तावेजो पर किये।
जमीन वापस नाम करवाने से किया इंकार
इन आरोपियों द्वारा छल-कपट व धोखाधडी से उसकी अचल सम्पति हड़पने की जानकारी होने पर इन लोगों से उसने काफी समझाईश भी की तथा सम्बन्धित कार्यालय से दस्तावेज प्राप्त किये। इन लोगों ने उसकी जमीन को वापस उसके नाम करवाने से स्पष्ट इन्कार कर दिया। इस कारण यह प्रकरण इनके विरूद्ध पुलिस में करवाया गया। रिपोर्ट के साथ छल-कपट से बनाये गये बक्सीसनामा व मुख्तयारनामा की फोटो प्रति भी संलग्र की गई है। जसवंतगढ पुलिस ने धारा 420 भादस के तहत मामला दर्ज किया है तथा इसकरी जांच थानाधिकारी सीआई मन्जू मुलेवा कर रही है।