विरोधाभासों को तोड़कर वैचारिक एकता जरूरी- प्रो. बी.एल.जैन, अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
विरोधाभासों को तोड़कर वैचारिक एकता जरूरी- प्रो. बी.एल.जैन,
अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस पर कार्यक्रम आयोजित
लाडनूं। जैन विश्वभारती संस्थान के शिक्षा विभाग में अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस के अवसर पर मंगलवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विभागाध्यक्ष तथा कुलसचिव प्रो. बी.एल. जैन ने इस अवसर पर बताया कि एकता संगठन का प्रतीक होती है। एकजुटता के साथ हम किसी कार्य को किए जाने पर वह कार्य सरलता से संभव हो पाता है। हमें अपने विचारों में एकता रखनी चाहिए और परस्पर विरोधाभास को एकता के जरिए तोड देना चाहिए। उन्होंने कहा कि रंगभेद, छोटा-बड़ा, ग्रामीण-शहरी, जातिवाद आदि की भावना को मिटाने से ही एकता संभव है। एकता दिवस सहयोग, सामंजस्य, सौहार्द्र आदि की भावना को बढ़ाता है। प्रो. जैन ने कहा कि आज जो वर्तमान में परिवारों में विघटन की स्थिति देखने को मिल रही है, इस तरफ ध्यान देने की आवश्यकता है। इसके लिए परिवार व समाज में एकता की भावना विकसित करनी होगी। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. अमिता जैन एवं प्रमोद ओला ने किया। कार्यक्रम में शिक्षा संकायके समस्त संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।