मूल दस्तावेज साथ रखने के बजाय डीजी लॉकर एवं एबीसी आईडी से सत्यापित करवाएं- सुराणा, शिक्षा जगत में आए नवाचारों पर में वर्कशॉप आयोजित
मूल दस्तावेज साथ रखने के बजाय डीजी लॉकर एवं एबीसी आईडी से सत्यापित करवाएं- सुराणा,
शिक्षा जगत में आए नवाचारों पर में वर्कशॉप आयोजित
लाडनूं। विद्यार्थियों की अंकतालिका एवं अन्य शैक्षणिक दस्तावेजों को सत्यापित एवं संग्रहित करने के लिए शिक्षा जगत में आए नवाचारों से अवगत करवाने के लिए संकाय सदस्यों एवं विद्यार्थियों के लिए जैन विश्वभारती संस्थान स्थित आचार्य महाश्रमण ऑडिटोरियम में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता संस्थान के उप-कुलसचिव विनीत सुराणा ने डीजी लॉकर, राष्ट्रीय शैक्षणिक भंडार (एनएडी), एबीसी आईडी आदि के बारे में विस्तार से बताया और इस बात पर बल दिया कि अब साक्षात्कार के समय या अन्य किसी आवश्यक कार्य के लिए अपने मूल दस्तावेजों को साथ रखने की कोई आवश्यकता नहीं होगी, बल्कि डीजी लॉकर एवं एबीसी आईडी के माध्यम से ही दस्तावेज सत्यापित करवाए जा सकेंगे। इन्होने तीनों ही प्रणालियों के उद्देश्य एवं वर्तमान समय में इनकी आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ये प्रणालियां एवं नवाचार विद्यार्थियों के लिए काफी लाभदायक होंगे, जिनसे वे अपने दस्तावेजों को डिजिटल रूप से संग्रहित रख सकते हैं। उन्होंने इन तीनों ही प्रणालियों के शुरू करने की प्रक्रिया एवं इनको प्रयोग करने के तरीकों पर भी जानकारी प्रदान की। वर्कशॉप के प्रारंभ में संस्थान के कुलसचिव प्रो. बीएल जैन ने इस वर्कशॉप के आयोजित करने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला और विद्यार्थियों के हित में काफी उपयोगी माना। इस कार्यक्रम में संस्थान के संकाय सदस्य, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।