शिक्षकों के लिए 24 जून से विद्यालय खोले जाने के बजाय 30 जून तक बढ़ाए जाएं ग्रीष्मकालीन अवकाश
लाडनूं (kalamkala.in)। राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) की उपशाखा लाडनूं के अध्यक्ष नानूराम गोदारा एवं सेक्रेटरी सहदेव मण्डा ने संघ के प्रदेशाध्यक्ष महावीर सिंह सिहाग, जिलाध्यक्ष विजय कुमार डुकिया व अर्जुन राम लोमरोड़ को शिक्षकों के ग्रीष्मकालीन अवकाश बढ़वाने बाबत पत्र लिखकर राजस्थान शिक्षा विभाग की स्कूलों में घोषित ग्रीष्मकालीन अवकाश शिक्षकों के लिए 17 मई से 23 जून व विद्यार्थियों के लिए 17 मई से 30 जून तक को बदल कर शिक्षकों के लिए भी 30 जून तक अवकाश बढ़ाने की मांग की है। पत्र में बताया गया है कि शिक्षकों के लिए घोषित ग्रीष्मकालीन अवकाश 23 जून को समाप्त हो जाएंगे। सभी शिक्षकों को इसके बाद 24 जून को ड्यूटी पर जाना होगा। इस दरम्यान राजस्थान में भयंकर हीट वेव (तापघात) का दौर चल रहा है। जब तक प्रदेश में मानसून प्रवेश नहीं कर जाता, यह तापघात का दौर ऐसे ही बना रहने की संभावना है। दिन में बिजली कटौती भी बार-बार होती रहती है और बारिश के अभाव में दिन के समय पंखे भी भयंकर गर्म हवा देते हैं। इससे मकान भी तपते रहते हैं। इन परिस्थितियों में लम्बे समय तक बंद रहे स्कूल भवनों में रूकना मुश्किल हो जायेगा। राजस्थान में पिछले एक दो साल को छोड़ दिया जाये, तो हमेशा ही ग्रीष्मकालीन अवकाश 30 जून तक होते आए हैं। इन सालों में ही यह परिवर्तन हुआ है। परन्तु इस वर्ष गर्मी बहुत ज्यादा पड़ रही है, 10 बजे बाद दिन में तापघात का भयंकर बवंडर चलता है, जो देर शाम तक वैसा ही बना रहता है। भरी दोपहरी बाहर निकलना बहुत ही मुश्किल है। इतने तापघात और लू भरी हवाओं के बीच अभिभावकों से सम्पर्क करना भी बहुत कठिन कार्य है। अतः संगठन के माध्यम से मानवीय आधार पर ग्रीष्मकालीन अवकाश को शिक्षकों के लिए भी 30 जून तक बढ़ाने की मांग सरकार व शिक्षा विभाग के सामने रखी जाये।