उपेक्षा और उपहास को अपनी ताकत बना कर आगें बढें- आकाश,
एजुकेशन एंड कॅरिअर सेमिनार में शंकर आकाश ने बताए मोटिवेशनल मंत्र
लाडनूं। मुस्कुराईये कि मुश्किलें आई हैं, क्योंकि जब तक जीवन में मुश्किलें नहीं आएंगी, तब तक मंजिलें करीब नहीं आएंगी। मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जो मुश्किलों से मुकाबला करते है। कामयाबी के ये मंत्र प्रख्यात मोटिवेशनल गुरु एवं कॅरिअर मंत्र के फाउंडर शंकर आकाश ने यहां जैन विश्व भारती द्वारा संचालित व सीबीएसई द्वारा संबद्ध विमल विद्या विहार सीनियर सैकंडरी स्कूल के विद्यार्थियों को एजुकेशन एंड कॅरिअर सेमिनार में बताए। उन्होंने कहा कि जीवन में उपेक्षा और उपहास को अपनी ताकत बनाकर आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि जिस दिन आप किसी की कमजोरी को अपनी ताकत बना लेते है। उस दिन आपको सफल होने से कोई भी रोक नहीं सकता। आकाश ने विद्यार्थियों से कहा कि कोई भी परीक्षा जीवन की अंतिम परीक्षा नहीं होती। जबतक जीवन है, तब तक समस्या समाधान और परीक्षा का सफर चलता रहेगा। मोटिवेशनल गुरु ने विद्यार्थियो को लक्ष्य की प्राप्ति के लिए न केवल मेहनत बल्कि विभिन्न स्तरों पर विभिन्न तरह का प्रबंधन भी आवश्यक है। क्योंकि, बिना प्रबंधन के किया हुआ कार्य उचित परिणाम नहीं लाता है। आकाश ने विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वे दसवीं के बाद ही लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें, ताकि अपने और अपने परिजनों के सपनों को साकार कर सकें। उन्होंने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एकाग्र भाव को आवश्यक बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता के लिये पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के कई सूत्रों का उदाहरण देते हुए सफलता के लिये सपने संजोने की बात कही। शंकर आकाश ने शैक्षणिक जगत में मूल्यों स्थापना एवं बालिका शिक्षा के क्षेत्र में मिले अवदान के लिए आचार्य तुलसी को नींव का पत्थर बताया।सेमिनार में विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ विद्यार्थियों ने णमोकार मंत्र से किया। प्राचार्या रचना बालानी ने सफलता के लिए नियमित अभ्यास को जरूरी बताया। कार्यक्रम में श्री सूरजमल तापड़िया आचार्य संस्कृत महाविद्यालय जसवंतगढ़ के प्राचार्य डाॅ. हेमंत कृष्ण मिश्र, जैन विश्व भारती की निदेशक डाॅ. विजयश्री शर्मा, उपप्राचार्या चांद किरण शेखावत, एस. के. सर, द लाईफ चेंज मिशन की स्टेट काॅर्डिनेटर सुनीता वर्मा, जैन विश्व भारती सुशील मिश्रा आदि उपस्थित थे।संचालन वृतिका प्रजापत ने किया।