कुचेरा में शांति के साथ मनाया गया मोहर्रम का त्यौंहार, ‘या हुसैन’ के नारों से गूंजा इलाका
कुचेरा (रिपोर्टर मेहबूब खोखर)। हजरत इमाम हसन-हुसैन सहित कर्बला के शहीदोंं की याद में यहां शनिवार को मातमी पर्व मोहर्रम शांतिपूर्वक मनाया गया। इस दौरान शहर में मातमी धुनों व या हुसैन या अली के नारों के साथ ताजिया जुलूस निकाला गया। मोहर्रम को लेकर शनिवार की सुबह से ही ताजिया जुलूस निकालने का सिलसिला प्रारंभ हो गया, जो कि बिसायतियों के मोहल्ले से ढोल और तासे बजाते हुए जुलूस निकला।जुलूस में सैकड़ों युवा, महिलाओं, बच्चों के साथ मोहर्रम का जुलूस शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए बड़ा बाजार, छोटा बाज़ार, सब्जी मंडी होते हुए छीम्पों की मस्जिद पहुंचे, जहां दोपहर की जौहर की नमाज के बाद मोहर्रम उसी रास्तों से होते हुए सलमान पीर बाबा की दरगाह पहुंचे, जहां अखाड़े का प्रोगाम व अनेक प्रकार के करतब के खेल खेले गए। सायं 5 बजे करीब दरगाह से रवाना होकर पुरानी बैंक होते हुए कायमखानियों के मोहल्ले में जुलूस के साथ मोहर्रम पहुंचा। सैकड़ो की तादाद में महिला-पुरुषो में हजरत इमाम हुसैन के नाम पर फातिया दिलाई गई। जुलूस में अस्थाई मेला भी लगा, जिसमें बच्चों ने विभिन्न खिलौने खरीदे, कई महिलाओं व बच्चों ने आइसक्रीम, चाट-पकौड़े खाकर आनंद लिया। ताजिया जुलूस में या हुसैन, या अली का नारा लगाते हुए मुसलमान भाइयों ने लाठियों से हैरतअंगेज प्रदर्शन किया। साथ ही ताजिया जुलूस में नगाड़े की चोट पर ‘या हुसैन या अली’ का जयघोष करते नजर आए। मुस्लिम भाई के अलावा हिंदू भी जुलूस में सम्मिलित थे। कर्बला मैदान में ताजिया को मिट्टी में दफन किया गया। इस मौके पर कुचेरा थाना अधिकारी मंजू मुलेवा, हेड कांस्टेबल दयाराम, हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह, हेड कांस्टेबल बेनीराम, राजेश सांगवा, राजेश मीणा, राकेश, नाथूराम, सुभाष, सुरेंद्र आदि पुलिस मय जाब्ता की निगरानी में मोहर्रम का जुलूस अमन और शांति के निकाला गया।