पैंडेंसी कम की जाए, गंभीर अपराधों की रोकथाम सुनिश्चित हो, सीएलजी सदस्यों का समुचित उपयोग हो,
आईजी ने ली मेड़ता वृत पुलिस की अपराध गोष्ठी
नागौर। पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रूपिंदर सिंघ ने मेड़ता के वृत कार्यालय का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्हें जिला पुलिस अधीक्षक राममूर्ति जोशी के नेतृत्व में जवानों द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने वृत मेड़ता के पुलिस अधिकारियों की अपराध गोष्ठी लेकर कानून व्यवस्था बनाये रखने तथा प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नागौर राजेश मीना, मेड़ता वृताधिकारी नरेन्द्र सिंह मीणा व थानाधिकारी मेड़तासिटी, मेड़तारोड़ व गोटन उपस्थित रहे। अपराध गोष्ठी में अपराध समीक्षा की गई तथा उपस्थित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये गये, जिनमें
1. पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार थानाधिकारियों को पैन्डेन्सी कम करने हेतु निर्देशित किया।
2. थाना क्षेत्र में होने वाली लूट, नकबजनी एवं गम्भीर प्रवृति के अपराधों की रोकथाम के लिये अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावी रूप से नाकाबंदी / निगरानी की जाये।
3. महिलाओं, बच्चों, अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति एवं वृद्ध जनों के अपराधों पर त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान कर शीघ्र निस्तारण करने लिया जाए।
4. कम्युनिटी पुलिसिंग के मध्यनजर सीएलजी सदस्यों / पुलिस मित्रों / ग्राम रक्षकों आदि को
पुलिस के कार्यों हेतु समुचित उपयोग में लिये जायें।
कार्मिकों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण हो
निरीक्षण के दौरान कार्मिकों की सम्पर्क सभा भी ली गई। कार्मिकों की समस्याओं को सुना गया तथा समस्याओं के शीघ्र निस्तारण हेतु आवश्यक निर्देश दिये गये।