बरसों से पानी के लिए तरसते बाड़ा गांव के लोग करेंगे मतदान का बहिष्कार, नेताओं को नहीं घुसने देंगे गांव में,
कार्य योजना के लिए ग्रामीणों की विशाल बैठक 8 अप्रेल को
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। निकटवर्ती ग्राम बाड़ा (तहसील सुजानगढ़) के समस्त ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। अपने इस निर्णय को लेकर उन्होंने 8 अप्रेल सोमवार को प्रातः 8 बजे बाड़ा गांव में आंगनबाड़ी केंद्र के पास ग्रामवासियों की एक विशाल बैठक आहूत की है।
खंडाप से लाईन जोड़ें और गांव में उच्च जलाशय बने
बाड़ा ग्रामवासियों के अनुसार उनके गांव में बरसों से पेयजल आपूर्ति की समस्या बनी हुई है। इसके स्थाई हल के लिए उनकी प्रमुख मांगों में बाड़ा गांव में पानी की सप्लाई के लिए 3 किलोमीटर की दूरी पर खंडाप से पाइप लाइन से जोड़कर पानी पहुंचाया जाए। और, बाड़ा व मारोठिया ग्राम की पेयजल आपूर्ति के लिए बाड़ा गांव में एक बड़े उच्च जलाशय का निर्माण करवाया जाए।
जलदाय मंत्री को भी दे चुके चेतावनी
ग्रामीणों का कहना है कि पिछली 19 मार्च को उनका प्रतिनिधि मंडल जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी से लाडनूं में मिला था और उनको ज्ञापन देकर पानी की समस्या से अवगत करवाया था और वोटों के बहिष्कार की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद अब तक मात्र 3 बार ही गांव तक पानी पहुंच पाया है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने आज तक केन्द्र व राज्य के समस्त सम्बंधितों को इस समस्या से अवगत करवाया है। उपखंड व जिला स्तरीय अधिकारियों को भी पिछले साढे तीन साल से लगातार अवगत करवा रहे हैं। अब इसकी अति हो चुकी है। पूर्व में जिला कलेक्टर (जिला निर्वाचन अधिकारी) चूरू को इस बारे में सूचित किया था और ‘पानी नहीं तो वोट नहीं’ की चेतावनी का नोटिस दिया था।
गांव में नहीं घुसने देंगे नेताओं को
अब सामने लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, और सभी नेता गांव में वोट मांगने के लिए आएंगे। इन नेताओं को गांव में घुसने से रोकने और एक भी वोट नहीं डालने की ग्रामवासी सोच चुके हैं। इसे लेकर समस्त ग्रामवासियों ने 8 अप्रेल सोमवार को प्रातः 8 बजे बाड़ा गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र के पास एक बैठक रखी है, जिसमें फिर इस बारे में विचार कर आगामी कार्यनीति तैयार की जाएगी।