डीडवाना के छापरी टोलप्लाजा पर बदमाशियों को लेकर लोगों में रोष,
किशनगढ़-रतनगढ़ मेगाहाईवे पर दोहरी टोल वसूली, फास्ट टैग से कटने के बावजूद वसूली जा रही नगदी टोल की राशि
डीडवाना। किशनगढ-रतनगढ मेगा हाईवे पर स्थित टोल नाके पर की जाने वाली बदमाशियों को लेकर लम्बे समय बाद अब कहीं लोग लामबंद होने जा रहे हैं। सरपंच संघ के अध्यक्ष एवं क्षेत्र के प्रमुख किसान नेता भागीरथ यादव ने इनकी अव्यवस्था और बदमाशियों के खिलाफ संघर्ष का ऐलान कर दिया है। डीडवाना के आगे छापरी के पास स्थित इस टोल प्लाजा पर दोहरा टेक्स वसूला जाने, वाहन चालकों के साथ दुव्र्यवहार किए जाने, फास्टटैग व्यवस्था शुरू हो जाने के बावजूद टोल वसूली के रूप में नकद पैसे लेने, आवागमन दोनों तरफ के पैसे लेने के बावजूद एक तरफ के टोल की रसीद देकर वापस लौटते समय दादागिरी करके दुबारा वसूली करने, किसी भी प्रकार के टोलमुक्त लोगों के आईकार्ड को नहीं मानने, आसपास के गांवों में जाने-आने वाले लोकल व्यक्तियों को भी गुजरने पर टोल चुकाना पड़ता है, जबकि 15 से 20 किमी दूरी तक के लोगों से टोल लिया जाना उचित नहीं है आदि के अलावा सारी सड़क के लम्बे समय से टूटी-फूटी और गहरे-गहरे खड्डे होने के बावजूद उसकी रिपेयरिंग नहीं करवाने आदि आरोपों को लेकर आएदिन लोग टोल वालों को कोसते रहते थे।
लम्बी दूरी तक लम्बे समय से पड़े सड़क पर खड्डे ही खड्डे
इस रतनगढ से लाडनूं, डीडवाना, कुचामन, परबतसर, होकर किशनगढ़़ जाने वाले मेगा हाईवे की खस्ताहाल जगजाहिर है। वाहन चालकों और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के आरोप हैं कि यह मेगा हाइवे जगह-जगह से टूटा हुआ पड़ा है। सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए, जिनसे वाहनों को भारी नुकसान होता है और आए दिन वाहन हादसों का शिकार भी हो रहे है। वाहन चालकों को भारी-भरकम टोल राशि चुकाने के बावजूद इन गड्ढों भरी सड़क से होकर गुजरना पड़ रहा है, लेकिन सरकार और टोल वसूलने वाली कंपनी इस सड़क मरम्मत की ओर बिल्कुल ही ध्यान नहीं दे रही है। डीडवाना से मात्र कुचामन जाने के दौरान ही वाहन-चालकों को अनगिन खड्डो और खस्ताहल सड़क से गुजरना पड़ता है और इसके लिए लोग गालियां निकालते नजर आते हैं।
अनेक लोगों ने की दोहरी वसूली की शिकायत
डीडवाना के इस छापरी टोल नाके पर वाहन चालकों से दोहरी टोल वसूली हो रही है। नागौर जिले के लाडनूं, डीडवाना, लाडनूं, कुचामन, मकराना और परबतसर से होकर गुजरने वाले इस किशनगढ़ रतनगढ़ मेगा हाइवे पर हाल ही में अक्टूबर माह से फास्टटैग से टोल वसूली शुरू की गई है, लेकिन फास्ट टैग से टोल चुकाने के बावजूद टोल प्लाजा पर वाहन चालकों से नगद राशि भी टोल टैक्स के रूप में वसूली जा रही है। छापरी टोल प्लाजा पर वाहन चालकों से दोहरी टोल वसूली की गड़बड़ी उस समय सामने आई, जब वाहन चालकों ने टोल टैक्स के रूप में नगद राशि देकर टोल कटाया। उसके बावजूद उनके फास्ट टैग से भी टोल टैक्स की राशि कट गई। वाहन चालकों ने इस दोहरी वसूली की जानकारी टोल प्लाजा के मैनेजर को भी दी। टोल मैनेजर भंवरलाल इसे तकनीकी व्यवस्थाओं में गड़बड़ी बता रहे हैं।
विभिन्न मांगों को लेकर छापरी टोल प्लाजा का पहले भी किया था घेराव
इस छापरी टोल प्लाजा पर विभिन्न मांगों को लेकर टोलप्लाजा का लोगों ने पहले भी अप्रेल माह में घेराव किया था। प्रदर्शनकर्ताओं ने तब इस टोल प्लाजा के 20 किमी के दायरे में आने वाले गांवों के लोगों से टोल वसूली बंद करवाने की मांग रखी थी। उस समय भी इस किशनगढ़ रतनगढ़ मेगा हाइवे पर बीते 2 वर्षों से पड़े गड्ढों की रिपेयरिंग की मांग भी उठाई थी। साथ ही जहां सड़क टूटी हुई है, वहां उखाड़ कर नयी सड़क बनाई जाने की मांग की थी। इस प्रदर्शन में किसान सभा, माकपा और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आस-पास के गांवों के सरपंचों ने भी टोल बूथ पर धरना देकर अपनी मांगों का एक मांग पत्र टोल इंचार्ज को सौंपा था और मांगे नहीं मानी जाने पर फिर टोल बूथ पर धरना देकर प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी थी। इस दौरान सड़क किनारे स्थित पौधे और खम्भों पर रिफलेक्टर लगाए जाने, सड़क हादसे में मृत पशुओं को समय पर हटाकर जमीन में दफनाया जाने, गति अवरोधकों से पहले साईन बोर्ड और पट्टी लगाई जाने, अनावश्यक ब्रेकर हटाए जाने, ब्रेकर रिडकोर की नियमावली के अनुसार बनाए जाने की मांगें रखी थी।
