जिला के प्रभारी सचिव ने लाडनूं शहर में अस्पताल व जलापूर्ति का किया औचक निरीक्षण,
लाडनूं के सरकारी अस्पताल में इमर्जेंसी वार्ड में एसी लगाने, अन्य वार्डों में कूलर संख्या बढ़ाने के दिए निर्देश, पार्किंग बदहाली और सफाई की अव्यवस्था को देख जताई नाराजगी,
शहर में अब तीन दिनों के अंतराल से की जाएगी पानी की सप्लाई
लाडनूं (kalamkala.in)। जिला के प्रभारी सचिव केएल स्वामी ने राज्य सरकार के निर्देशानुसार बुधवार को यहां पहुंच कर राजकीय चिकित्सालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने चिकित्सालय में बहुत सारी कमियां पाई और उन्हें दुरुस्त करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। सचिव स्वामी ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में गर्मी के हालात देखे और वहां वातानुकूलन के लिए ए.सी. नहीं होने पर पीएमओ को निर्देश दिए कि यहां एसी की व्यवस्था की जाए। प्रभारी सचिव ने लू और धूप ताप से पीड़ित मरीजों के लिए अस्पताल में अलग वार्ड रखे जाने के निर्देश दिए। लेकिन, पीएमओ डा. कमलेश कस्वा ने अस्पताल में अतिरिक्त कक्ष के अभाव में अतिरिक्त वार्ड किए जाने में दिक्कत बताई। अस्पताल के बड़े वार्डों में मात्र एक या दो कूलर ही लगे होने से वहां गर्मी के कम नहीं होने के कारण वहां कूलर की संख्या बढ़ाने के निर्देश उन्होंने दिए। इसके अलावा वार्डों में सफाई व्यवस्था के संतोषजनक नहीं पाई जाने को प्रभारी सचिव ने गंभीरता से लेते हुए सफाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने अस्पताल परिसर में वाहन पार्किंग की बदतर व्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी जताई। साथ ही अस्पताल में ठंडे पानी की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए उन्होंने निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने किया लाडनूं शहर की जलापूर्ति का मौके पर निरीक्षण, 72 घंटे के अंतराल से जलापूर्ति के निर्देश
जिला के प्रभारी सचिव केएल स्वामी ने बुधवार को लाडनूं की पेयजल सप्लाई की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने इस दौरान स्टेडियम स्थित उच्च जलाशय और उससे शहर के क्षेत्रों को पानी दिए जाने की हालत का अवलोकन किया। उन्होंने सिनेमा हॉल के पीछे की बस्ती और जनता कॉलोनी में लोगों के घरों में पहुंच कर विभाग द्वारा की जा रही जलापूर्ति की स्थिति का आकलन किया। प्रभारी सचिव ने लाडनूं शहर को 72 घंटों के अंतराल से पानी की सप्लाई दिए जाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि वर्तमान में शहर को 96 घंटों के अंतराल से जलापूर्ति की व्यवस्था चल रही है, जो अपर्याप्त है और लोगों में इसे लेकर असंतोष है।