नुक्कड़ नाटक से जल बचाने का संदेश दिया, जल-संरक्षण के प्रति किया जा रहा है लोगों को जागरूक, 25 हजार का लक्ष्य
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। अम्बुजा सीमेंट फाउंडेशन के तत्वावधान में संस्कार बाल निकेतन माध्यमिक विद्यालय प्रागण मे बजरंग लोक कला मंडल द्वारा नुकड़-नाटक का आयोजन करके जल-संरक्षण का सन्देश दिया गया। बताया गया है कि जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जल ही जीवन है। धरती पर 71 प्रतिशत पानी है, लेकिन हम सिर्फ 1 प्रतिशत पानी का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि बाकी जल पीने योग्य नहीं है। इसलिए जल संरक्षण की महत्ती आवश्यकता है। अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के मुकेश वैष्णव ने बताया कि छत से वर्षा-जल संग्रहण के लिए टांके का निर्माण जल-संग्रहण का बेहतर तरीका है, जिसके माध्यम से हम वर्षा-जल को टांके में एकत्र कर वर्ष भर पीने के लिए काम में ले सकते है। हम टैंकर के द्वारा टांको में पानी डलवा कर हजारों रुपए पानी के लिए खर्च कर देते हैं, अगर हम टांके को छत से जोड़ दें, तो हमे पीने के लिए स्वच्छ पानी मिल जायेगा। साथ ही व्यर्थ बहने वाले वर्षा जल को भी रोका जा सकता है। खेत तालाब और मेडबंदी के माध्यम से खेतो में व्यर्थ बहने वाले वर्षा जल को रोका जा सकता है, जिससे पैदावार भी अच्छी होगी और भूमिगत जल स्तर में भी सुधार आएगा।
सरकारी योजना और अनुदान की जानकारी दी
कार्यक्रम में बताया गया कि किसान ड्रिप सिंचाई और फव्वारा पद्धति को अपनाकर जल संरक्षण करते हुए पैदावार में वृद्धि कर सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान जल का अधिक से अधिक सदुपयोग कर खेतों तक पानी पहुंचाने में प्रयोग होने वाले आधुनिक उपकरणों में सरकार की तरफ से मिलने वाली अनुदान राशि के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई। जानकारी के अभाव में किसान अधिक जल का उपयोग कर भी मन मुताबिक उत्पादन नहीं कर पाते हैं। जबकि कम जल का प्रयोग कर भी अच्छी खासी उत्पादन की जा सकती है।
25 हजार लोगों को जागरूक करने का लक्ष्य
इसी कड़ी में अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के तत्वाधान में बजरंग लोक कला मंडल द्वारा आदर्श विद्या मंदिर भड़ाणा, श्री वागेश्वरी विद्या मंदिर मुंडवा, सिद्धार्थ आदर्श विद्या मंदिर मुंडवा, नायकों की ढाणी भड़ाणा, सोलियाना में नुक्कड़ नाटक के माध्यम जागरूक किया गया। अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के कलस्टर कॉर्डिनेटर गौरव खंडेलवाल ने बताया कि आगामी दिनों में गांव-गांव, ढाणी-ढाणी और विद्यालयों में जागरूक किया जायेगा, जिसमें आसपास के गावों में 15 कार्यकर्मों के माध्यम ड्रिप, टांकों, मेड़बंदी, खेत तालाबों और तालाबों के प्रति जागरूक किया जायेगा और जल का महत्व और जल प्रबंधन के बारे में बताया जाएगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम लगभग 5000 बच्चों के माध्यम से जिसमे प्रत्येक छात्र 5 सदस्यों को जागरूक कर लगभग 25000 लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से जल संरक्षण के बारे में जागरूक किया जायेगा। साथ ही गरीब बस्तियों में जाकर जल संरक्षण के बारे में जागरूक किया जायेगा।
कार्यक्रम के दौरान अब्दुल रहमान देवड़ा, प्रधानाध्यापक लाडमोहम्मद खोखर, देवेन्द्र पाराशर, कमल राव, मुराद खान, रुस्तम खोखर, महेंद्र पंवार, मो. सलाउद्दीन जिंदरान, आसिफ देवड़ा, मधुबाला पाराशर, प्रियंका भाटी, भारती, सोयब खान, भगवती सैन आदि मौजूद रहे।
