महिला जीवन में आत्मरक्षा प्रशिक्षण की महती आवश्यकता- डीएसपी ढाका,
महिला सिपाहियों ने सिखाए छात्राओं को हर परिस्थिति में आत्मरक्षा के विशेष गुर
लाडनूं। नागौर से आई महिला पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम ने यहां जैन विश्वभारती संस्थान के आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय में छात्राओं को सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग प्रदान की। इस विशेष पुलिस टीम में महिला पुलिसकर्मी संगीता, बिंदु एवं बबीता ने छात्राओं को विभिन्न प्रकार से आत्मरक्षा करने के अनेक गुर सिखाए। ट्रेनिंग के दौरान छात्राओं को सदैव काम में लिए जाने वाले एवं सहज उपलब्ध संसाधनों से जीवन रक्षा के कई नायाब तरीके सिखाये, साथ ही छात्राओं द्वारा आत्मविश्वास एवं दबंग आवाज को अंगीकार करने हेतु प्रेरित कर इस हुनर को जीवन का एक अभिन्न अंग बना लेने का संदेश भी दिया। इस महिला सिपाहियों की टीम ने छात्राओं को विपरीत समय में साहस के साथ आत्मरक्षा हेतु प्रायोगिक प्रदर्शन करते हुए सिखाने का प्रयास किया गया। छात्राओं ने यह सब बेहद सजग रहकर सीखने को उत्सुक रही। यह विशेष महिला सिपाही प्रशिक्षकों की टीम यहां पुलिस उप अधीक्षक राजेश ढाका द्वारा प्राचार्य प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी के विशेष निवेदन पर भिजवाई गई। पुलिस उप अधीक्षक ढाका ने इस अवसर पर शिविर का उद्घाटन करते हुए वर्तमान हालातों एवं कमोबेश सामाजिक अधःपतन के चलते महिलाओं के जीवन में आत्मरक्षा की महती आवश्यकता पर प्रकाश डाला। प्रारंभ में प्राचार्य प्रो. आनंदप्रकाश त्रिपाठी ने छात्राओं के लिए जीवन भर काम आने वाले इस आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम को संचालित करने को श्रेष्ठ बताया और उन्होंने आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम को संस्थान के प्रोस्पेक्टस का हिस्सा मानते हुए संस्थान की संकल्पना में महिला सुरक्षा हेतु प्रतिबद्धता जाहिर की। कार्यक्रम का संचालन सहायक आचार्या डॉ. प्रगति भटनागर ने किया तथा अंत में सहायक आचार्या प्रगति चैरड़िया ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस दौरान प्रो. रेखा तिवाड़ी, डॉ. बलवीर सिंह, अभिषेक चारण, श्वेता खटेड़, अभिषेक शर्मा आदि संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।