लाडनूं में बढती चोरियों को लेकर फूटा लोगों में गुस्सा,
पुलिस थाने को ग्रामीणों ने घेरा, लगाया अनिश्चितकालीन धरना, किया जोरदार प्रदर्शन
जसवंतगढ जाने वाले रास्ते को पूरा रोका, वाहनों का रास्ता बदलना पड़ा, पुलिस जाप्ता मौके पर मुस्तैद,
हीरावती की एक करोड़ की चोरी की जांच एसओजी अधिकारियों से करवाने की रखी मांग


लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं क्षेत्र में हो रही चोरियों के सिलसिले में ही हीरावती गांव में हाल ही में हुई चोरियां पुलिस के गले की फांस बन चुकी है। पुलिस को ग्रामीणों द्वारा चोरी के खुलासे में पर्याप्त सहयोग करने और आठ दिनों का अवसर दिए जाने के बावजूद करीब एक करोड़ की चोरी का कोई सुराग नही लग पाने पर ग्रामीणों ने नोटिस देकर सोमवार को पुलिस थाने का घेराव करते हुए अनिश्चितकाल का धरना दिया और पूरे मार्ग को अवरूद्ध कर दिया। धरने में पूरे क्षेत्र के ग्रामीण बड़ी संख्या में एकत्र हुए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने में भाजपा और कांग्रेस सभी दलों के प्रमुख लोगों ने भी शिरकत की। धरनार्थियों के जमावड़े ने लाडनूं के रेलवे क्राॅसिंग फाटक से होकर पंचायत समिति, उपखंड कार्यालय, तहसील व पुलिस थाने के सामने से होकर जसवंतगढ व सुजानगढ की ओर जाने वाला मार्ग पूरी तरह से अवरूद्ध कर दिया, जिससे पुलिस को आवाजाही करने वाले वाहनों को मार्ग बदलकर जाने की व्यवस्था करनी पड़ी। सोमवार को सुबह 9 बजे से शुरू किया गया धरना लगातार जारी रहा। मौके पर पुलिस उप अधीक्षक विक्की नागपाल, थानाधिकारी लाडनूं महीराम बिश्नोई व जसवंतगढ थानाधिकारी जोगेन्द्र सिंह मौके पर मौजूद रहे। सायंकाल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा ने भी धरनास्थल पर पहुंच कर धरनार्थियों से वार्ता की। उन्होंने धरना-प्रदर्शन पर मौजूद लोगों को आरोपियों को शीघ्र ही गिरफ्तार करने व चोरी का खुलासा जल्द ही करने का आश्वासन दिया।
चोरी की जांच एसओजी अधिकारियों से करवाने की धनार्थियों की मांग
धरनार्थियों की मांगें हैं कि 31 अगस्त को ग्राम हिरावती में नंदलाल डूडी और गणेश सिंह के घरों को चोरों ने निशाना बनाते हुए नगदी व सोने-चांदी के जेवरातों की चोरी की थी, जिसके 8 दिन बीत जाने के बावजूद चोरी का कोई खुलासा व माल बरामद नहीं किया जा सका, जिससे ग्रामवासियों में भारी रोष है। ग्राम हिरावती की इस चोरी का माल व नगदी बरामद करवाया जावे। हिरावती में हुई चोरियों एवं हिरावती सहित अन्य सभी चोरियों की जांच एस.ओ.जी के आई.पी.एस अधिकारियो के स्तर के अधिकारियों से करवाई जावे। चोरी पर चोरी होने से ग्रामवासियों में व्याप्त भय को देखते हुये पुलिस प्रशासन द्वारा नियमित रात्रिकालीन नियमित गश्त दो बार रात्रि में करवाने की व्यवस्था की जावे, ताकि सभी ग्रामवासी भयमुक्त जीवन यापन हो सके। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में लगातार चोरी की वारदातें हो रही हैं। इस 31 अगस्त की वारदातों से पहले 17 अगस्त को गांव से 3 ट्रांसफार्मरों की चोरी की रिपोर्ट पुलिस के पास होने के बावजूद पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है। अगर समय रहते पुलिस व प्रशासन द्वारा चोरांे के खिलाफ सख्त कार्यवाही नहीं की गई तो मजबूरन ग्रामवासियों का धरना अनिश्चतकाल तक जारी रहेगा।
धरनास्थल पर जमा हुए ये सभी लोग
सोमवार को धरनास्थल पर दिन भर पुलिस अधिकारियों और ग्रामीणों आदि की भारी चहलकदमी रही। धरने में भाजपा नेता नाथूराम कालेरा, डा. नानूराम चोयल, गणेश चबराल, देवाराम पटेल, नीतेश माथुर, गोविन्द सिंह कसूम्बी, नवरत्न खीचड़, गोवर्धन सिंह डाबड़ी, रामनिवास पटेल, कांग्रेस नेता सुरजाराम भाकर, कैलाश निठारवाल, श्रीराम खीचड़, हरीश मेहरड़ा, विकास बुरड़क, किशनलाल डूडी हीरावती, हरिराम खीचड़, दुर्गाराम खीचड़, पन्नाराम भामूं, मदनलाल बेरा, भंवरलाल सारण, किशनाराम गोदारा, बजरंगलाल डूकिया, एडवोकेट जयश्री डूकिया, भगवती प्रसाद शर्मा, हनुमानराम शर्मा, सुनील डूडी, आशाराम, अयूब खां, हरीश बेरा, नाथूराम राहड़, ज्ञानाराम मेहरिया, रामदेव भारी, गोपीराम बिजारणिया, चंदन डूडी, रामदेव मेघवाल, संग्रामाराम खीचड़, तुलछीराम जाखड़ आदि मौजूद रहे।






