लाडनूं के 102 गांवों व 261 ढाणियों को तीन माह बाद मिलने लगेगा जल जीवन मिशन का मीठा व शुद्ध पानी,
68 गांवों के 13 हजार घरों में कनेक्शन किए गए, काम तेजी से जारी
लाडनूं। भारत सरकार के जल जीवन मिशन के तहत लाडनूं उपखंड क्षेत्र के 102 गांवों और 261 ढाणियों के प्रत्येक घर में शुद्ध व मीठा जल उपलबध हो सकेगा। इस 104 करोड़ की परियोजना को आगामी 3 माह में सम्पूर्ण कर दिया जाएगा। जल जीवन मिशन योजना के तहत 68 गावों व 261 ढाणियों के काम मिशन कार्यालय के अन्तर्गत हैं और 34 ग्राम जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अन्तर्गत काम किए जा रहे हैं। लाडनूं क्षेत्र में यह कार्य दिसम्बर 2021 में प्रारम्भ किया गया था, जो अब आगामी तीन माह में सम्पन्न हो जाएगा। यह जानकारी देते हुए जल जीवन मिशन के उप महाप्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि हमने 80 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है। अब तक इस मिशन के तहत अब तक कुल 60 करोड़ रूपए खर्च हुए हैं। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत 27 फील्ड के स्टाफ और 8 आॅफिस के स्टाफ के अलावा 8 ठेकेदार इस पूरे प्रोजेक्ट को पूर्ण करने के लिए जुटे हुए हैं। मात्र दो साल से भी कम की अवधि में इस काम को पूर्ण कर लिया जाएगा।
22 हजार घरों में होंगे मीठे पानी के कनेक्शन
उन्होंने बताया कि क्षेत्र में कुल 31 हजार 971 घरों में कनेक्शन दिए जाने प्रस्तावित हैं, लेकिन भौतिक तौर पर कुल 22 हजार घरों में कनेक्शन होने हैं, जिनमें से 13 हजार घरों में कनेक्शन दिए जा चुके हैं। अन्य कनेक्शन किए जाने का काम चल रहा है। लाछड़ी, बल्दू, ओड़ींट, सुनारी व कोयल में पाईप लाईनों का काम चल रहा है। 68 गांवों में काम हो चुका, जिनमें से कसूम्बी, नाटास व खिंदास गांवों में काम होना बाकी है। इनमें से नाटास व खिंदास गैर आबाद ग्राम हैं। दीपक कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत पहले कनेक्शन के लिए सरपंच द्वारा 1250 रूपए लिए जाते थे, लेकिन राजय सरकार द्वारा निःशुल्क की घोषणा होने के बाद से अब सभी कनेक्शन पूरी रतह से निःशुल्क ही किए जा रहे हैं। इस योजना के तहत हर घर को मीठा व शुद्ध पानी मिलगा। उन्होंने बताया कि सभी उपभोक्ताओं को प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध रहेगा। योजना के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति को 55 लीटर पानी रोजाना मिल पाएगा।
22 जलाशयों से सप्लाई होगा प्रचुर पानी
जल जीवन मिशन कार्यालय के अन्तर्गत आने वाले गांव-ढाणियों के लिए 100 किलोलीटर व 150 किलोलीटर क्षमता के कुल 22 उच्च जलाशय निर्मित होने हैं, जिनमें से 8 उच्च जलाशय लैड़ी, दुजार, कुमासिया, दत्ताऊ, धूड़ीला, आसपुरा, लाछड़ी और हुसैनपुरा में निर्मित किए जा चुके हैं। शेष डोगरा का बास, सिलनवाद, रोजा, तहतरी, जसवंतगढ, आसोटा, विश्वनाथपुरा, हीरावती, बल्दू, रताऊ, मालगांव में एक-एक और निम्बी जोधां में दो उच्च जलाशयों का काम चल रहा है। इनमें से हीरावती में भूमि का विवाद और स्थगन आदेश होने से काम रूका हुआ था, लेकिन अब स्थिति साफ हो जाने से काम में कोई बाधा नहीं रही। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जलाशयों व पानी के कनेक्शनों की देखरेख व सार-सम्भाल की जिम्मेदारी स्थानीय समिति की रहेगी, जिसमें सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी एवं जलदाय विभाग शामिल रहेगा। भविष्य में कोई भी समस्या आने पर उसे दुरूस्त करने का काम इस कमेटी का रहेगा।