हाईवे व रेलवे फाटक के इर्द-गिर्द मुर्गों-मछलियों के अवशेषों से परेशान हुए लोग,
अवैध कत्लखाने व कारोबारी पैदा कर रहे हैं खुलेआम पब्लिक न्यूसेंस
लाडनूं (kalamkala.in)। शहर में अवैध रूप से धड़ल्ले से चल रहे मुर्गी, मछली और पशुओं के कत्लखानों की रोकथाम के अभाव में उनकी अनुचित कारस्तानियां यहां आमजन के लिए समस्या बन कर उभरने लगी है। यहां मुख्य सड़क मार्ग पर व हाईवे पर इनके अवशेषों को डाले जाने से लोगों के सामने समस्याएं पैदा हो रही हैं। यह स्थिति कुछ साल पहले भी पैदा हुई थी, तब उपखंड अधिकारी ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुए इस पर पाबंदी लगा दी थी, लेकिन अब फिर वही स्थिति वापस उभर कर सामने आ गई है। यहां चल रहे इस अवैधानिक गोरखधंधे को बंद करवाने की जरूरत है। हाईवे पर चारों तरफ उड़ते मुर्गे-मुर्गियों के पंखों को देख जा सकता है। इनके साथ अन्य पशु-पक्षियों एवं मछलियों के अवशेष भी फेंके जाने से चारों तरफ बदबू का माहौल बन गया है।
पार्षद ने लिखित शिकायत कर बताई समस्या
इस सम्बंध में वार्ड सं. 38 के पार्षद संदीप कुमार प्रजापत ने उपखंड अधिकारी को पत्र देकर मृत मुर्गियांे के अवशेषों को डालने वालों को पांबद करने की मांग की है। प्रजापत के पत्र के अनुसार यहां तेली रोड़ पर चिकन शाॅप चलाने वाले बोपारी अपने यहां काट जाने वाले मुर्गे-मुर्गियों के पंखों एवं अन्य अवशेषों को प्रतिदन रात्रि के समय रेलवे फाटक पुलिया के पास लाकर फेंक कर चले जाते हैं। इस कारण इस मुख्य मार्ग पर आवारा कुत्ते और सुअर आदि के साथ मांसाहारी पक्षियों चील-कौआ आदि का जमावड़ा बना रहता है। रात्री में इधर से आवागमन करने वाले वाहन-चालकों को इससे भारी परेशानी होती है तथा दुर्घटना का खतरा बना रहता है। यहां पुलिया के पास आबादी होने के कारण आस-पास के घरों में लोगों को बदब का सामना करना पड़ रहा है और विभिन्न जानलेवा बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है।
पार्षद के घर के पास भी डाला जा रहे अवशेष
पार्षद संदीप प्रजापत ने लिखा है कि गत 10-15 दिनों से उसके घर के सामने ही रेल्वे फाटक के पास बने नाले में ये लोग इन अवशेषों के साथ गंदा कचरा डाला जा रहा है। इस कारण नाले से पानी का बहाव रूक कर रेल्वे फाटक के पास पानी का भराव हो रहा है और पूरा वातावरण दूषित हो रहा है। इससे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मुर्गियों के पंखों के हवा के साथ इधर-उधर फैलने से वाहन चालक भी परेशान हो रहे हैं। प्रजापत ने पत्र में बताया है कि उन्होंने 16 जनवरी 2023 को भी नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी लाडनूं को सूचित किया गया था, लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। पार्षद ने इस प्रकार का कचरा फेंक कर जाने वाले व्यक्तियों की मोटर साईकिल के नंबर भी नोट किए हैं, जिनमें एक बाइ्रक के नम्बर आरजे 37 वाईए 8096 हैं। पत्र कर प्रतियां जिला कलेक्टर और मुख्यमंत्री को भी भेजी गई है। पत्र में इस पर सख्त कार्यवाही की मांग की गई है।
एक साल पहले यह लिखा था पत्र
पार्षद संदीप प्रजापत ने एक साल पहले 16 जनवरी 2023 को नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी को पत्र लिख कर भी मृत मुर्गियों के अवशेषो को खुले स्थान पर डालने वालो को पाक्न्द करने की मांग की थी। उन्होंने लिखा था कि वार्ड न. 38 के मुर्गी काटने वाले जगह-जगह गंदगी फैला रहे हैं। मुर्गों वालों ने रेलवे पुल के पास तो मुर्गियों के पंखो की ढेर लगा दिए हैं, जिससे वहां कुतों व सुअरो का जमावड़ा लगा रहता है और रात को वाहनों की दुर्घटनाएं होती हैं और अब तो वे लोग उनकेे घर के सामने भी ये पंख डालने लगे हैं। इन सबको नगर पालिका के जमादारों द्वारा पाबन्द भी करवाया जाने के बावजूद ये मान नहीं रहे हैं और खुलेआम गंदगी फैला रहे हैं। इसलिए इन मुर्गी काटने वालांे पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। इस पत्र पर पार्षद संदीप प्रजापत के अलावा वार्डवासियों मो. सफी, अकरम, मो. असकर, अली अकबर, आरिफ, साजिद, अकरम, आसिफ आदि ने भी हस्ताक्षर किए थे।
