बालिकाओं को सशक्त बनाना राष्ट्रीय विकास के लिए आवश्यक- एडीजे उत्तमा माथुर,
बालिका दिवस पर विधिक सेवा कार्यक्रम आयोजित, लड़कियों को बताए कानूनी अधिकार
लाडनूं (kalamkala.in)। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा जारी एक्शन एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मेडता के निर्देशानुसार बुधवार 24 जनवरी को राजकीय केशर देवी सेठी बालिका उ.मा. विद्यालय में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में ताल्लुका विधिक सेवा समिति की अध्यक्ष व अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश उत्तमा माथुर, पैनल अधिवक्तागण सोनू शर्मा एवं गजानंद शर्मा ने बालिका दिवस के अवसर पर बालिकाओं को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी देते हुए समाज में बालिका शिक्षा की अहमियत से परिचित करवाया तथा बालिका शिक्षा की आवश्यकता बताते हुए उनके भावी जीवन में आने वाली चुनौतियों से सामना करना भी सिखाया। एडीजे उत्तमा माथुर ने बताया कि देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इन्द्रा गांधी ने इसी दिन प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी। एक बालिका बड़ी होकर दो घरों को संभालती है। बालिका ही समाज के विकास में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देती है, इसलिए बालिकाओं को सशक्त होना आवश्यक है। बालिकाओं से प्रश्नोत्तरी के माध्यम से उनकी शंकाओं का समाधान भी किया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ओमशंकर गर्वा, नरेश कुमार, कृष्ण गोपाल राठी, शंकरलाल, पूनम चौधरी, परमेश्वरी, विजय सिंह चौहान, वेदप्रकाश, आरती पटेल, दयाराम मारोठिया, रामगोपाल, प्रेमलता, जगदीश प्रसाद, सरोज बाला, जावेद आकिब, भवानी शंकर, पवन कुमार मंडा, संतोष कंवर, वेदप्रकाश पारीक, भरतसिंह, राखी शेखावत आदि उपस्थित रहे। मंच संचालन शिवशंकर बोहरा ने किया। विधिक सेवा सचिव श्रवण कुमार जांगिड़ ने यह जानकारी दी।
