एक अनोखा अभियान-
एक साल से चलाई जा रही है विभिन्न मंदिरों में हर शनिवार सामुहिक हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम,
लाडनूं के 51 मंदिरों की ली गई है अब तक सुध, अभियान रहेगा जारी
लाडनूं। शहर के विभिन्न मंदिरों में पिछले एक साल से लगातार बारी-बारी से हनुमान चालीसा के सामुहिक पाठ का कार्यक्रम स्थानीय युवाओं द्वारा संचालित किया जा रहा है। कार्यकर्ता गौरव वर्मा ने बताया कि एक वर्ष करीब बीतने को है, यहां युवा कार्यकर्ता मिल कर इस मुहिम को चला रहे हैं। वे प्रत्येक शनिवार को चाहे कोई भी परिस्थिति हो, नगर के अलग-अलग बस्तियों व मंदिरों मे हनुमान चालीसा का सामुहिक पाठ कर रहे हैं। इस अभियान के तहत शनिवार तक शहर में 51वे मंदिर मे 51वां पाठ किया जा चुका है। इस कार्यक्रम के कारण शहर के धार्मिक प्रवृति के महिला-पुरूषों को नगर के ऐसे-ऐसे मंदिर देखने का अवसर मिला है, जिन मंदिरों को पहले उन्होंने कभी भी देखा तक नहीं था। इस अभियान के दौरान इन सुदूर और लोगों से ओझल मंदिरों की भी सुध ली गई। इन मंदिरों की साफ-सफाई और देखरेख भी सुसंगत तरीके से प्रारम्भ होनी संभव हुई। इस अभियान में जहां युवा वर्ग आकर्षित हो रहा है, वहीं महिलाएं व बच्चे भी बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं, इससे उनमें धार्मिक संस्कारों का सृजन भी हो रहा है और धार्मिक भावनाओं का संचार भी हो रहा है।
लगातार जारी रखा जाएगा हनुमान चालीसा अभियान
गौरव वर्मा ने बताया कि इस मुहिम में अभी शहर के बहुत सारे मंदिर बाकी है। शहर के छोटे-बड़े सभी मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ कार्यक्रम पूरा हो जाने पर भी इस मुकिहम को बंद नहीं किया जाएगा और इसके बाद शहर की सभी कच्ची बस्ती व कुछ घरों मे भी हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता रहेगा। इस कार्यक्रम के कारण लोगों में धार्मिक श्रद्धा में वृद्धि हुई है और इसे लेकर युवा वर्ग में एक साल बीत जाने के बावजूद भी उत्साह बना हुआ है और सभी पाठस्थलों पर श्रद्धालुओं की भी खासी भीड़ उमड़ रही है। शनिवार को यहां के प्रसिद्ध करंट बालाजी मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।
अब तक इन मंदिरों की ली गई सुध
वर्मा ने बताया कि इस अभियान का प्रारम्भ गत वर्ष 18 जून से बस स्टेंड स्थित प्राचीन छत्रियों के पास स्थित खाखीजी की बगीची के सिद्ध पीठ बालाजी मंदिर से किया गया था। इसके बाद रेलवे स्टेशन के सामने बालाजी मंदिर, मगरा बस के करणी माता मंदिर, राहूगेट के पास हनुमान मंदिर, रामद्वारा सत्संग भवन, वाल्मीकि बस्ती मेें मांगीनाथजी की बगीची, दूसरी पट्टी के इच्छापूर्ण शनि मंदिर, पहली पट्टी के भैया बगीची हनुमान मंदिर, झंडा चैक स्थित जानकी वल्लभ मंदिर, बिजली बोर्ड के पीछे चारभुजा भवन, करंट बालाजी रोड के इच्छापूर्ण बालाजी मंदिर, राहूगेट के भीतर चैनदासजी के राधेश्याम मंदिर, स्टेशन रोड पर हनुमान मंदिर, प्राचीन राहूकुआं पर स्थित महादेव मंदिर, आधी पट्टी में चामुंडा माता मंदिर, कालीजी का चैक में वीर हनुमान बगीची, राहूगेट में सत्यनारायण जी मंदिर, सेवक चैक में गोपाल कृष्ण मंदिर, बस स्टेंड के शनि मंदिर, रावणा राजपूत भवन के सामने आसारामजी के मुरलीमनोहर मंदिर, गांधी चैक के पास गढेश्वर भैरवनाथ मंदिर, कुम्हारों का बास में नीलकंठ महादेव मंदिर, कालीजी चैक में श्री काली माता का मंदिर, रामद्वारा रोड पर श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, रेलवे स्टेशन के सामने भुंवाल माता मंदिर, सेवक चैक में सच्चियाय माता मंदिर व श्री चारभुजा नाथ जी का मंदिर, गुर्जरों का बास में श्री देवनारायण मंदिर, चांद सागर कुआं पर महादेव मंदिर, नाइयों का बास में श्री सैन मंदिर, करंट बालाजी रोड पर श्री प्रेम पैलेस बालाजी मंदिर, रैगर बस्ती में श्री गंगा माता मंदिर, न्यू जनता कोलोनी में श्री भारत माता मंदिर व शिव मंदिर, छठी पट्टी के प्राचीन शनि मंदिर, हाईवे पर स्थित बाबा रामदेव मंदिर, ऊंचा मगरा में श्री भेरूजी मंदिर, सुख सदन रोड पर श्री रामदेवजी मंदिर, प्रजापति भवन के पास श्री बालाजी मंदिर, सहजावतों का बास के पास श्री केसरिया कंवरजी मंदिर, स्टेशन रोड पर किल्ला भवन बालाजी मंदिर, जैन नसियां के पास श्री रामदेव बाबा मंदिर, कुम्हारों का बास में श्री ठाकुर जी का मंदिर, आठवीं पट्टी में श्री रामदेवजी मंदिर, माजीसा तालाब के पास श्री हरिराम बाबा मंदिर, रैगर बस्ती के श्री शीतला माता मंदिर, मगरा बास में करणी माता मंदिर के पास भागवत कथा स्थल पर, कालीजी का चैक में संतोषी माता का मंदिर और इसके बाद अब शनिवार को करंट बालाजी मंदिर में हनुमान चालीसा का सामुहिक पाठ आयोजित किया जा चुका।