बरसों बाद बिजली की जगमग रोशनी से नहाई लाडनूं की भोपों की ढाणियां,
बिजली की सुविधा से वंचित ढाणी वालों को आठ साल बाद नसीब हुई बिजली की रोशनी, खुशी का माहौल
लाडनूं (रणजीत राज बोहरा, पत्रकार)। उपखंड के ग्रामीण इलाकों में अब भी कुछ ऐसी जगह शेष है, जिसमें रहने वाले लोग बिजली के बिना ही जीवन-यापन कर रहे हैं। विज्ञान की प्रगति और सरकार के हर गांव-ढाणी को विद्युतिकृत करने के दावों की पोल खोलने वाली इन ढाणियों के लोगों की सहनशीलता सराहनीय रही है। शाम होते ही अंधेरे का माहौल होना, भीषण गर्मी में केवल पेड़ों की छाया और हवा के बल पर जीवन बिताने वाले ग्रामीणों के बारे में सुन कर भी इस ज़माने में अचरज होना स्वाभाविक है।
विद्युत वितरण निगम द्वारा लाडनूं उपखंड की ऐसी ढाणियों की सुध ली है। उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार के ध्यान में जब इन हालातों को लाया गया तो, उन्होंने समाजसेवियों की बात को काफी गंभीरता से लिया और प्रशासन को ढाणियों के विद्युतीकरण के लिए मुस्तैद कर दिया। ग्राम निम्बी जोधा में करीब आठ सालों से भोपा की ढाणियों में बिजली कनेक्शन नहीं था। यहां ढाणियों के लोग अंधेरे में जीवन यापन कर रहे थे। ढाणियों के लोगों ने निम्बी जोधा के समाजसेवी हरीराम खीचड़ को बिजली कनेक्शन की समस्या से अवगत करवाया और समाजसेवी हरीराम खीचड़ द्वारा एसडीएम मिथिलेश कुमार के संज्ञान में यह समस्या लाई गई। फिर विद्युत कनेक्शन सम्बंधी फाईल तैयार करवाई गई इन ढाणियों में विद्युत पोल नहीं होने की समस्या भी थी। इस पर विद्युत विभाग ने 8 नए बिजली के खम्भे लगवाए। इसके बाद इन ढाणियों में बिजली की सप्लाई पहुंचाई गई। बिजली के ढाणियों में पहुंचने पर फिर समाजसेवी हरीराम खीचड़ ने निम्बी जोधा के विद्युत निगम के सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता को लोगों के घरों में कनेक्शन करवाने पर जोर दिया। इसके बाद इनमें बिजली के कनेक्शन भी किए गए और ढाणियां रोशनी से जगमगा उठी। बरसों बाद चमचमाती रोशनी से नहाई इन ढाणियों के लोग खुशी से झूम उठे। भोपा की ढाणियों के लोगों ने समाजसेवी हरीराम खीचड़, बिजली अधिकारियों व लाडनूं के उपखंड प्रशासन के प्रति आभार जताया है।