रताऊ-ढींगसरी सड़क निर्माण कार्य में दादागिरी से रास्ता बदला और मुख्य रास्ते पर किया अवैध कब्जा,
कब्जा हटाने व सड़क सही रास्ते से निकाले जाने की मांग को लेकर ग्रामीण ने दिया कलेक्टर को ज्ञापन
लाडनूं (रणजीत राज बोहरा, पत्रकार)। रताऊ गांव के सुखाराम बिड़ियासर ने जिला कलेक्टर डीडवाना को एक ज्ञापन देकर सीमाचिह्न मिटा कर गलत खेत से सड़क निर्माण करने एवं अवैध कब्जा-काश्त को बचाने के मामले को लेकर गैर मुमकिन रास्ते पर हुए अवैध कब्जे हटाने और सड़क को सही निर्धारित रास्ते से ही निकाले जाने की मांग की है। वहां बनाए गए अवैध हौद व तारबंदी को हटाने, सड़क को पूर्व में चिह्नित गफर मुमकिन रास्ते से ही निकाले जाने एवं अब की गई अवैध गतिविधियों के दोषी व्यक्तियों को जुर्माना व दंडित करने की मांग भी की गई है।
राजस्वकर्मियों द्वारा गलगाए सीमाचिह्नों को भी मिटाया
ज्ञापन में बताया गया है कि पटवार हल्का रताऊ ग्राम में रताऊ से ढींगसरी के बीच डामर सड़क निर्माणाधीन है। यह डामर सड़क उसकी काश्तकारी की जमीन खसरा सं. 96 (खाता सं. 939) तथा अवैध कब्जाधारी के खसरा सं. 98 (खाता सं. 433) के बीच से गुजर रही है। इस गैर मुमकिन रास्ते का कुल क्षेत्रफल 0.2185 हेक्टेयर है तथा खसरा सं. 97 (खाता सं. 1) है। इसका सीमा-ज्ञान करवाने के लिए तहसीलदार लाडनूं को प्रार्थना-पत्र दिया था, जिस पर हलका पटवारी व आरआई ने गांव के गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में गत 22 मई को सीमाचिह्न करवाए गए थे। इस पर उसके एवं अवैध कब्जाधारी काश्तकार के हस्ताक्षर भी मौजूद हैं। इसके बावजूद उसने सभी सीमाचिह्नों को मिटा कर बमनमाने ढंग से सड़क कार्य करवाया गया।
अवैध कब्जे करने वाले की दादागिरी
इस अवैध कब्जाधारी काश्तकार ने राजस्व अधिकारियों द्वारा लगाए गए उन सभी सीमाचिह्नों को उसी रात खुर्द-बुर्द कर दिया तथा सड़क पर काम कर रहे मजदूरों को लालच देकर संपूर्ण सड़क को उसके खेत में से निकाल दिया। बाद में जब सड़क उसके खेत में से निकल गई, तो अवैध कब्जाधारी आकर उसे सबक सिखाने और औकात दिखाने की धमकियां देने लगा। क्या होती है। उसने अपने आपको राजनीतिक रूप से पावरफुल बताया तथा कहा कि सभी राजस्व अधिकारी उसके पैसों के बल चलते हैं। उस व्यक्ति ने कई साल पहले इस रास्ते के बीचों-बीच अवैध हौद बनाया गया था, जो आज तक नहीं हटाया गया। ज्ञापन में बताया गया है कि उस अवैध कब्जाधारी ने अब फिर उसके सामने ही निर्माणाधीन सड़क के बीचों-बीच कातले व पट्टियां रोपकर तारबंदी भी कर ली, ताकि अपना कब्जा अधिक बढाया जा सके। इसके बाद उसने चेतावनी दी है कि अब यह सड़क फिर उसके खेत में ही बनेगी।
कलेक्टर से की गई मांगें
सुखाराम बिड़ियासर ने कलेक्टर को बताया कि वह व्यक्ति लगातार गत 5 महीनों से उसे मानसिक रूप से परेशान कर रहा है और साथ ही उसे सामाजिक रूप से भी प्रताड़ित कर रहा है। बिड़ियासर ने मांग की है कि गैर मुमकिन रास्ता के खसरा सं. 97 की यथास्थिति बहाल कर बनाए गए अवैध हौद व तारबंदी को तत्काल हटवाया जाए। खसरा सं. 98 (जमाबंदी में क्षेत्रफल 8.5308 हेक्टेयर) पर उसने कब्जा करके 9 हेक्टेयर तक बढा लिया है। उसे भी माप के अनुसार सही करवाया जाए। सीमा चिह्नों के साथ की गई छेड़खानी के लिए इस व्यक्ति को दंडित करवाया जाए। निर्माणाधीन सड़क को खुर्द-बुर्द करने के से उससे आर्थिक हर्जाने की वसूली की जाए। उसके खेत पर किए गए अवैध कब्जे को हटावाया जाए। अब फिर मौजूदा पटवारी के बजाए स्वच्छ छवि के पटवारी व आरआई से सीमाज्ञान करवाया जाकर जाए।