लाडनूं के मीठड़ी में बिजली की समस्या से परेशान हैं सभी ग्रामवासी, कम वोल्टेज से नहीं चलते पंखे, कूलर, एसी, वोल्टेज के उतार-चढ़ाव से खराब हो गए कई विद्युत उपकरण,
ग्रामीणों ने भाजपा नेता ठा. करणीसिंह, विद्युत निगम के अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ अभियंता, एसडीएम सबसे लगाई गुहार,
क्या सच में सरपंच और उनके लोग गांव की समस्या के हल में बने हैं बाधक?
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। उप तहसील मीठड़ी के मुख्यालय ग्राम में लम्बे समय से ग्रामवासी बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। गांव में कम से कम तीन नई डीपी और लगाई जाए तो समस्या का हल हो सकता है, परन्तु ग्रामवासी लगभग सभी सम्बंधित अधिकारियों और राजनेताओं तक अपनी व्यथा प्रकट कर चुके। ज्ञापन, धरना, प्रदर्शन तक किया, लेकिन अभी तक किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। सरकार जन सुनवाई की प्रक्रिया करती है और कहा जाता है कि नागरिकों की समस्याओं को मिलते ही प्राथमिकता से निस्तारित किया जावे, लेकिन होता इससे उलटा ही है। समस्या जस की तस रहती है और खानापूर्ति अवश्य कर दी जाती होगी। बिजली के कम वोल्टेज और वोल्टेज के उतार-चढ़ाव के चलते लोगों के विद्युत उपकरण तक खराब हो चुके हैं। साथ ही गांव में पंखे, कूलर, एसी आदि तो काम ही नहीं करते।
भाजपा नेता करणी सिंह व बिजली अधिकारियों से की भेंट
हाल ही में मीठड़ी गांव के प्रमुख लोगों ने भाजपा नेता और विधायक प्रत्याशी ठाकुर करणी सिंह से भेंट कर उन्हें भी समस्या से अच्छी तरह वाकिफ करवाया। 10 जून को ठाकुर करणी सिंह से मिलने वालों में पुलिस परिवार कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष और रिटायर्ड सीआई रामू राम मीणा, केप्टेन भंवर सिंह शेखावत, रिटायर्ड पोस्ट मास्टर शिम्भू सिंह शेखावत, बिरमा राम सैनी, सेनि हेड कांस्टेबल माणक चंद शर्मा, सत्यनारायण शर्मा आदि ने मिलकर गांव की बिजली की समस्या से अवगत करवाया। उन्होंने उसी समय विद्युत वितरण निगम के अधिशाषी अभियंता से वार्ता की, जिन्होंने उन्हें समस्या के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया। बाद में एक्सईएन से कार्यालय में जाकर वहां सहायक अभियन्ता सुखदेव सिंह, विक्रम सिंह आदि से सभी प्रमुख लोग मिले। उन्हें भी मीठड़ी गांव की बिजली की समस्या से अच्छी तरह से अवगत करवाया गया। उन्होंने भी शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया। इसके बाद भी जब कोई निवारक कदम नहीं उठाए गए, तो ग्रामीणों ने 16 जून को मीठड़ी के जीएसएस पर एकत्रित हो कर वहां बैठक की।बिजली विभाग के अधिकारियों और उपखण्ड अधिकारी से उन सबने वार्ता की और लिखित में ज्ञापन देकर समस्या के समाधान की मांग की।
अधीक्षण अभियंता को भी दिया ये ज्ञापन
ग्रामवासियों ने विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियन्ता को भी बिजली की समस्या को लेकर नई डीपी लगवाने व बिजली की सप्लाई सुधारने की मांग का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि मीठड़ी में बहुत ही कम वोल्टेज पर बिजली रहती है और बिजली के वोल्टेज का उतार-चढ़ाव भी बहुत रहता है, इस कारण गांव वाले अपने विद्युत उपकरणों को या तो चला ही नहीं पाते अथवा कई बार ये उपकरण जल भी जाते हैं। गांव की बिजली की लाइनें भी क्षतिग्रस्त है। गांव की विद्युत सप्लाई में सुधार करने और बराबर इकसार बनाए रखने के लिए केवल डी.पी लगाना ही एकमात्र अच्छा उपाय है। लोगों को बराबर समस्याग्रस्त रखा जाना ठीक नहीं है, इसलिए आवश्यकता के अनुसार नई डीपी लगवा कर बिजली सप्लाई में सुधार किया जाए। यह ज्ञापन देने वालों में गोपाल गौड़, नाथूराम, घासी राम, जगदीश, कृष्ण प्रकाश, सांवरमल, प्रह्लाद, अयूब, मो. जाहिर, हैदर अली, महेश कुमार शर्मा, विजय शर्मा, अशोक, गोविंद सोनी, जावेद खान, बिलाल, मोहन राम आदि शामिल थे।
सामान उपलब्ध होने पर भी बिजली अधिकारियों की आनाकानी क्यों?
इधर बिजली विभाग सामान की कमी का बहाना बन कर गांव की इस सबसे बड़ी समस्या के लिए टालमटोल करने में लगा है। विद्युत निगम के पास मीठड़ी की समस्या के समाधान के लिए जितने आवश्यक सामान की जरूरत है, वह सब निगम के पास उपलब्ध हो चुका है। फिर भी निगम का रवैया अड़ियल ही बना हुआ है। बताया जा रहा है कि निगम के अधिकारी किसी बड़े दबाव में आकर मीठड़ी की बिजली की समस्या को दरकिनार करने में लगे हैं। गांव के हित की बलि दी जा रही है, लोगों को जानबूझकर त्रस्त व परेशान रखा जा रहा है।
कुंठाओं से ग्रसित होकर बनाए रखना चाहते हैं बिजली की समस्या
ग्रामवासियों का आरोप है कि गांव के सरपंच भगवाना राम बाजारी अपनी कुछ व्यक्तिगत कुंठाओं के चलते निगम पर अपने प्रभाव से दबाव बना कर निगम को समस्या निस्तारण कार्य में रुकावट पैदा कर रहे हैं। जानकारी मिली है कि राजनीतिक के कारणों से ही कनिष्ठ अभियंता सुखदेव सिंह द्वारा इस मीठड़ी मारवाड़ गांव में बिजली की समस्या निस्तारण के लिए डीपी आदि के कार्यों को पूर्ण करवाने में हिचकिचा रहे हैं और पूरा गांव के लोग समस्याग्रस्त बना हुआ है। लम्बे समय से बनी हुई मीठड़ी गांव की बिजली की इस समस्या के हल में और डीपी लगने देने में बाधक बने गांव के ही इन कुछ शरारती व्यक्तियों को लेकर पूरे गांव के लोगों में गहरा रोष व्याप्त है।
ग्रामीणों ने बैठक कर लिया संघर्ष का निर्णय
पुलिस परिवार कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष सीआई रामू राम मीणा ने बताया कि बिजली की रोजमर्रा की समस्या के कारण इस भीषण गर्मी में मीठड़ी वासी ग्रामीण भारी कष्ट भुगत रहे हैं। सरपंच और ग्राम पंचायत अपने दायित्व का निर्वहन करने के बजाय जनहित के विपरीत चल रहे हैं। इसे लेकर ग्रामीणों ने गत 4 जून को गांव में एक बैठक रखी और सर्वसम्मति से तय किया गया कि जिनके घर इन्वर्टर हैं और वे लोगों की परेशानी का मजा देखते हैं। उनके पीछे पूरे गांव को पीड़ित करना उचित नहीं है। गरीब लोग केवल बिजली पर निर्भर हैं, उनके हालात को सुधारने के लिए सब एकजुट होकर संघर्ष करेंगे।