लाडनूं विधायक मुकेश भाकर व रतनगढ विधायक अभिनेष महर्षि को जान से मारने की धमकी देने वाले गिरफ्तार,
रोहित गोदारा के नाम से धमकी देकर आरोपी पवन गोदारा व संजय चौधरी ने सरकार पर बनाया रोहित गोदारा की गिरफ्तारी का प्लान
लाडनूं। यहां के चर्चित मामले विधायक मुकेश भाकर को गैंगस्टर द्वारा जान से मारने की धमकी दिए जाने का पुलिस ने आखिर पटाक्षेप कर ही दिया। पकड़े गए लोगों ने विधायक भाकर के अलावा रतनगढ विधायक अभिनेष महर्षि को भी जान से मारने की धमकी दी थी। साथ ही निकटवर्ती सुजानगढ के ज्वेलर को भी दो करोड़ रूपए की रंगदारी के लिए धमकी दी थी और उसके शोरूम पर अंधाधुंध फायरिंग भी करवाई थी। अब सारा मामला खुल कर सामने आ चुका है। रोहित गोदारा के नाम से धमकियां देने वाले इन दो आरोपियों ने कुवैत से इंटरनेट काॅलिंग के जरिए धमकी दी थी तथा मामले को हाईलाईट करने के लिए गैंगस्टर रोहित गोदारा का नाम इस्तेमाल किया था। इस मामले के खुलासे के लिए पुलिस ने पिछले दो महिनों में देश के एक दर्जन राज्यों तथा दो दर्जन शहरों में टीमें भेजकर तकनीकी साक्ष्य जुटाए और हजारों मोबाइल नंबरों की सीडीआर का विश्लेषण करने के साथ ही सैकड़ों व्यक्तियों से की पूछताछ भी की थी। इसके बाद खुलासा करते हुए इन धमकी देने वाले दो आरोपी पवन गोदारा तथा सलाहकार संजय चैधरी को गिरफ्तार किया जा सका हैं। इनके द्वारा राजू ठेहट हत्याकाण्ड में वांछित आरोपियों रोहित गोदारा वगैरह को पकड़वाने का दबाव बनाने और उनके विरुद्ध अन्य प्रकरण और दर्ज करवाने के लिए उसके नाम से इन्टरनेट कॉल के जरिये धमकी दी गई थी। गिरफ्तार किए गए इन दोनों आरोपियों के विरूद्ध इसके अलावा पूर्व में भी विभिन्न थानों में कई आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
विधायक मुकेश भाकर को धमकी का मामला
विधायक मुकेश भाकर को दी गई धमकी के मामले में धारासिंह पुत्र रामचन्द्र जाट निवासी बनवासा ने विधायक भाकर द्वारा दी गई लिखित रिपोर्ट पुलिस थाना लाडनूं पर पेश की जिसमें बताया गया था कि 3 अप्रेल को रात्रि 11 बजे के लगभग मोबाईल पर एक व्यक्ति ने फोन करके बोला कि वह रोहित गोदारा बोल रहा है। उसने जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने मामले को दर्ज करके जांच शुरू की साथ ही विधायक को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराई गई। गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम से जान से मारने की धमकी देने के प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए एसपी राममूर्ति जोशी ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना विमल सिंह नेहरा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें लाडनूं डीएसपी राजेश ढ़ाका व खींवसर थानाधिकारी अशोक बिस्सु तथा साईबर सैल नागौर व साईबर सैल डीडवाना को टीम में शामिल किया गया।
पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा व बंगलादेश में डाले पुलिस ने डेरे
इसके अनुसंधान में एक विशेष टीम को थानाधिकारी लाडनूं के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल व त्रिपुरा भेजा गया। वहां से ही लाडनूं विधायक को धमकी देने वाली काॅल की गई थी। इस संबंध में तकनीकी साक्ष्य जुटाए जाकर साक्ष्यों की कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए रिवर्स सोशियल इंजिनियरिंग के माध्यम से जानकारी जुटाई गई। संदिग्ध व्यक्तियों के ठिकाने अगरतला (त्रिपुरा) कलकत्ता दहारकण्डा, हकीमपुर, गोपालनगर, पेट्रोपॉल, जिला 24 परगना पश्चिम बंगाल व बंगलादेश बॉर्डर पर तलाश की गई। टारगेट नम्बर द्वारा किये गये कॉल का विश्लेषण करने पर कुछ नम्बरों का कनेक्शन पंजाब व हरियाणा की ओर पाया गया। इस पर वृत्ताधिकारी लाडनूं राजेश ढ़ाका के नेतृत्व में विशेष टीम पंजाब हरियाणा भेजी गई। पंजाब व हरियाणा में टीम द्वारा टारगेट नम्बर के कनेक्टिविटी के दायरे में आये सैकड़ों नम्बरों को भौतिक रूप से जानकारी जुटायी गयी। इस प्रकार पंजाब, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा व बंगलादेश बॉर्डर पर भेजी गयी टीमों द्वारा एकत्रित तकनीकी साक्ष्यों व ग्राउंड इनपुट सोर्सेज को पुलिस अधीक्षक नागौर द्वारा कार्यालय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डीडवाना पर कैम्प कर विभिन्न साईबर टीमों द्वारा समग्र रूप से समीक्षा करने पर पाया गया कि उक्त टारगेट नम्बर से लाडनूं विधायक को जो धमकी की काॅल आई थी, वो जरिये सीम बॉक्स विदेश से आया हुआ इन्टरनेट कॉल था।
साईबर टीमों को करनी पड़ी भारी मशक्कत
इसके बाद साईबर टीमों व फील्ड इन्टेलीजेंसी व सीम बॉक्स की थ्योरी को क्रेक करते हुए धमकी की काॅल का चिन्हिकरण किया। उक्त धमकी के सन्दर्भ में पूर्व व वर्तमान में सक्रिय आपराधिक प्रवृति के व्यक्तियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जाकर दबिशें दी गई। गत दो माह में विभिन्न पुलिस टीमों द्वारा पंजाब हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल राज्यों में काफी दिनों तक कैम्प किया गया। इसके बाद दिल्ली में कैम्प कर रहे खींवसर थानाधिकारी उप निरीक्षक अशोक बिस्सु की टीम द्वारा 2 जून को थ्रीट काॅल पवन गोदारा पुत्र दानाराम जाट निवासी देवाणी तहसील सुजानगढ़ को कुवैत से भारत वापसी पर दिल्ली एयरपोर्ट से दस्तयाब किया गया। पवन गोदारा से पूछताछ के पश्चात उसके सलाहकार मास्टर माईन्ड संजय चैधरी पुत्र गणपतराम जाट गोरधनपुरा पुलिस थाना कोतवाली नीमकाथाना जिला सीकर को वृत्ताधिकारी लाडनूं राजेश ढ़ाका व टीम द्वारा नीमकाथाना से दस्तयाब करने में सफलता हासिल की गई। इन दोनों आरोपियों के विरूद्ध विभिन्न थानों में अनेक मुकदमे भी पाए गए हैं।
आरोपी द्वारा धमकी देने का मोटिव
गिरफ्तार आरोपी पवन गोदारा गैंगस्टर राजू ठेहट का फेसबुक फॉलोवर है। राजू ठेहट की हत्या के बाद प्रकरण को मीडिया में फिर से हाईलाईट करने के लिए पवन गोदारा व राजू ठेहट के साथी संजय चैधरी द्वारा राजू ठेहट हत्याकाण्ड के आरोपी विदेश में बैठे रोहित गोदारा की गिरफ्तारी हेतु दवाब बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों को इन्टरनेट के जरिये कॉल कर धमकियां दी गई, ताकि शासन की विभिन्न जांच एजेन्सियों पर रोहित गोदारा को विदेश से लाने का दबाव बनाया जा सके। इस काम के लिए इन लोगों ने इन्टरनेट कॉलिंग व उच्च तकनीक का अपराध के प्रयोजन में प्रयोग किया। गत 26 मार्च को सुजानगढ़ में जेडीजे ज्वैलर्स को रोहित गोदारा के नाम से दो करोड़ रूपयों की फिरौती की धमकी के पश्चात इन्होंने सुनियोजित प्लान के तहत रोहित गोदारा के नाम से 3 अप्रैल को लाडनूं विधायक मुकेश भाकर को धमकी दी तथा 12 अप्रेल को रतनगढ़ विधायक अभिनेष महर्षि को भी धमकी दी। इस प्रकार पवन गोदारा ने विभिन्न प्रतिष्ठित व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों को रोहित गोदारा के नाम से धमकी दी ताकि शासन पर दबाव बनाकर राजू ठेहट हत्याकाण्ड के मुख्य आरोपी रोहित गोदारा को विदेश से लाया जा सके।