छात्र सुसाइड मामले में न्याय दिलाने की मांग को लेकर दोनों पक्षों नेे सौंपे गए अपने-अपने ज्ञापन,
जुलूस निकाले, धरना दिया और आंदोलन तेज करने की दी गई चेतावनियां
लाडनूं। यहां सुजानगढ के एक विद्यालय में पढने वाले छात्र की लगातार अनुपस्थिति के कारण विद्यालय से नाम काट दिए जाने पर परेशान होकर रेलवे ट्रेक पर सुसाइड कर लेने के मामले में शिक्षकों की गिरफ्तारी और मृतक छात्र के परिवार को न्याय दिलाने के लिए जहां बड़ी संख्या में महिलाओं एवं पुरूषों ने जुलूस निकाल कर एवं धरना-ज्ञापन देकर इंसाफ की मांग की, वहीं विभिन्न शिक्षक संघों ने संयुक्त रूप से बड़ी संख्या में एकत्र होकर इस प्रकरण में हटाए गए निर्दोष शिक्षकों को वापस कार्य पर लगाने की मांग को लेकर उपखंड कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन दिया गया और धरना-आंदोलन की चेतावनी दी गई।
संयुक्त शिक्षक मोर्चा ने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन की दी चेतावनी
संयुक्त शिक्षक संघ मोर्चा के तत्वावधान में यहां लाडनूं व सुजानगढ क्षेत्र के शिक्षकों ने बड़ी संख्या में उपखंड कार्यालय पहुंच कर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उपखंड अधिकारी अनिल कुमार गढवाल को सौंपा। शिक्षक संघो ने शिक्षकों को वापस पदस्थापन्न करने व मामले की निष्पक्ष व तत्यात्मक जांच करके शिक्षकों को न्याय दिलाने की मांग की। ज्ञापन में बताया गया है कि पीसीबी स्कूल सुजानगढ़ के एक छात्र रज्जाक खां की करीब 1 महीने तक लंबी अनुपस्थित रहने की वजह से शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार छात्र का नाम विद्यालय से पृथक किया गया। छात्र रज्जाक ने गत 18 जनवरी को खानपुर रेलवे ट्रेक पर आत्महत्या कर ली। इस मामले में गत 31 जनवरी को विभाग ने मामले की जांच किए बिना ही मात्र एफआईआर के आधार पर प्रधानाध्यापक सहित चार शिक्षकों को निलंबित किया, जो सरासर गलत था। ज्ञापन में शिक्षा विभाग के निदेशक द्वारा प्रधानाचार्य व व्याख्याताओं को अन्यत्र विद्यालय में लगाया जाने के बजाए मामले की तथ्यात्मक जांच करके निर्दोष अध्यापकों प्रधानाचार्य धन्नाराम प्रजापत, व्याख्याता रणजीतसिंह, व्याख्याता शशि शर्मा को वापस कार्यग्रहण करवाने की मांग की। साथ ही शिक्षक संघो के पदाधिकारियों ने ज्ञापन में मामले की निष्पक्ष जांच करके न्याय दिलाने की मांग करते हुए अन्यथा उपखण्ड कार्यालय के समक्ष शिक्षकों द्वारा अनिश्चित कालीन धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
ये सब शिक्षक रहे उपस्थित
इस दौरान शिक्षक संगठनों राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह जोधा, रेसला के अध्यक्ष ओम शंकर गर्वा, राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत) के अध्यक्ष नानूराम गोदारा, वरिष्ठ अध्यापक शिक्षक संघ के जिला सचिव दुर्गाराम बिरडा, नानूराम घोटिया, मंगलपुरा प्रधानाचार्य जयपाल शर्मा, प्रधानाचार्य जयनारायण रैगर, प्रधानाचार्य इंद्रचंद जांगिड़, गुलाबचंद सांखला, मनीष सिंघाटिया, राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) जिला कोषाध्यक्ष सुरेश कुमार शर्मा, संभाग मंत्री मंजू चैहान, जितेंद्र सिंह चैहान, कमल किशोर जांगिड़, नरेंद्र प्रसाद स्वामी, पीयूष शर्मा, जितेंद्र सिंह गौड़, कुलदीप सिंह, शिव शंकर बोहरा, यशवंत कुमार जैन, तारेश शर्मा, भंवर दास स्वामी, जितेंद्र सिंह गौड़, कृष्ण गोपाल राठी, आरती पटेल, पूनम चैधरी, राजेश नाहटा, राजेंद्र सिंह, हर्षवर्धन आदि शिक्षक उपस्थित रहे।
छात्र सुसाइड प्रकरण में गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शन
करीब डेढ़ माह पूर्व हुए इस छात्र सुसाईड प्रकरण में सक्षम कार्रवाई नहीं होने से नाराज पीड़ित पक्ष ने यहां जुलूस निकाल कर नारेबाजी करते हुए उपखंड कार्यालय पहुंच कर धरना दिया और फिर एसडीएम अनिल कुमार को ज्ञापन सौंपकर प्रशासन व विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। डा. गुहराय स्टेडियम से रैली निकालते हुए बड़ी संख्या में असंतुष्ट लोग उपखंड कार्यालय पहुंचे और उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों को गिरफ्तार करने की मांग की है। एसडीएम को दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि इस मामले में राजनीतिक प्रभाव के चलते हुए सही जांच नहीं हुई और आरोपियों को गिरफ्तार भी नहीं किया गया। ज्ञापन देने के बाद सभी लोग उपखंड कार्यालय के सामने दो घण्टे तक धरना पर बैठक गए और नारेबाजी करते रहे। इन सभी लोगों ने सोमवार को धरने की परमिशन लेकर फिर से अनिश्चितकाल तक धरना देने का निर्णय लिया है। यह प्रदर्शन मनजीत पाल व अन्य लोगों के नेतृत्व में किया गया। अन्य प्रमुख लोगों में पार्षद अयूब खान, पार्षद प्रतिनिधि इरफान खां, अमजत खान, साकिर, अस्फाक, घीसू खां, रुस्तम खान, रोशन खान दायमखानी, पार्षद इकबाल खान सुजानगढ़, ंसलीम खान, सुजानगढ़, अरमान टाक, असलम खान एशिया, पूर्व पार्षद इब्राहिम खान, अब्दुल टाक, ंसमाजसेवी हरीश मेहरड़ा आदि शामिल रहे।