लाडनूं के जैविभा विश्वविद्यालय की चार छात्राओं ने अन्तर्राष्ट्रीय स्तर किया प्रतिभा-प्रदर्शन,
- खुशी जोधा, अंकिता अचेड़ा, ज्योति सिंह राजपुरोहित और आकांक्षा चौधरी ने लिया अंतरराष्ट्रीय युवा नेतृत्व सम्मेलन 2025 में भाग

लाडनूं (kalamkala.in)। जैन विश्वभारती संस्थान की चार छात्राएं खुशी जोधा, अंकिता अचेड़ा, ज्योति सिंह राजपुरोहित और आकांक्षा चौधरी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला। इन छात्राओं ने हरियाणा के सोनीपत स्थित भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां में आयोजित अंतरराष्ट्रीय युवा नेतृत्व सम्मेलन 2025 में हिस्सा लेकर जैविभा विश्वविद्यालय और इस क्षेत्र का नाम रोशन किया। यह सम्मेलन छात्र कल्याण निदेशालय और लेक्स फाउंडेशन नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां सोनीपत में आयोजित किया गया, जिसमें भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ मॉरीशस, बांग्लादेश और नेपाल से भी युवा नेताओं व शिक्षाविदों ने भाग लिया। सम्मेलन का संचालन छात्र कल्याण निदेशक प्रो. श्वेता हुड्डा और छात्र कल्याण के सहायक निदेशक प्रो. जगदीप सिंगला के नेतृत्व में हुआ। भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह सम्मेलन युवाओं को वैश्विक स्तर पर शांति और सतत विकास के नेतृत्व की दिशा में प्रेरित करने वाला रहा। लेक्स फाउंडेशन नई दिल्ली के अध्यक्ष अनिश सिंह और सह समन्वयक अब्दुल शकूर देवा ने युवाओं का मार्गदर्शन किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विचार-विमर्श की श्रृंखला को सफल बनाया। सम्मेलन की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय वक्ता मॉरीशस विश्वविद्यालय की सुश्री कृश्नी अड़नारायण अपाडू ने ‘सेवक नेतृत्व और पर्यावरण संरक्षण’ विषय पर व्याख्यान दिया और युवाओं को प्रकृति तथा समाज की जिम्मेदारी निभाने के लिए प्रेरित किया। खुशी जोधा ने समूह चर्चा सत्र में सक्रिय भागीदारी की। उन्होंने समावेशिता, पर्यावरणीय उत्तरदायित्व और सतत विकास जैसे मुद्दों पर विचार रखे। उनके स्पष्ट और दूरदर्शी विचारों की सराहना हुई। अंकिता अचेड़ा ने ‘भाईचारा और विकास में युवाओं की भूमिका’ विषय पर प्रस्तुति दी। उन्होंने वैश्विक भाईचारा, युवाओं की विकास में भागीदारी तथा पर्यावरणीय चेतना पर जोर देते हुए ‘प्रकृति का संबंध : हर पत्ते और जीवन में भाईचारा’ विषय को विशेष रूप से रेखांकित किया। उनकी प्रस्तुति को खूब सराहना मिली। आकांक्षा चौधरी ने युवाओं में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर प्रकाश डाला और परामर्श सेवाओं व जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता बताई। ज्योति सिंह राजपुरोहित ने भी संवाद सत्रों में शांति और युवाओं की भूमिका पर अपने विचार साझा किए। इन चारों छात्राओं को इस उपलब्धि पर जैन विश्वभारती के शिक्षा विभागाध्यक्ष प्रो. बी. एल. जैन ने बधाई देते हुए कहा कि ‘ये छात्राएं जैन विश्वभारती संस्थान की उस भावना का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिसमें ज्ञान, सेवा और नेतृत्व का संगम है।’






