अपनी ड्यूटी के बजाय चौथ वसूली में लगे हैं परिवहन विभाग के कार्मिक,
लोग हुए मुखर, अवैध वसूली करने पर किया जाएगा ओन-रोड घेराव
लाडनूं (kalamkala.in)। परिवहन विभाग का काम यातायात व्यवस्था को सुधारने, यातायात नियमों का पालन करवाने और राज्य की परिवहन सम्बंधी सभी समस्याओं को दूर करना होता है, लेकिन हकीकत इससे विपरीत प्रतीत होती है। डराने-धमकाने, लूट-खसोट करने, चौथवसूली की व्यवस्थाएं करने और दलालों को पनपाते हुए सारे परिवहन प्रबंधों को गिरवी रख देने का सिस्टम पूरे विभाग में फैला हुआ है। लाडनूं जैसे छोटे शहर में भी इस विभाग के कारिंदों की करतूतों से सड़क से गुजरने वाले लगभग सभी लोग परिचित हो चुके हैं। यहां से निकलने वाले हाईवे पर पुलियों, झाड़ियों और कुछ छुपने जैसी जगहों पर परिवहन विभाग की गाड़ियों को खड़ा करने और आने-जाने वाले वाहनों को रोक कर वसूली करने के वीडियो भी कई बार बनाए जा चुके और वायरल भी हो चुके हैं। मगर आदत है कि सुधर नहीं सकती।
जसवंतगढ-कसूम्बी पुलिया के पास चल रही है अवैध वसूली
इन दिनों जसवंतगढ़ से कसूम्बी सड़क पर पुलिया के नीचे आरटीओ द्वारा अवैध वसूली की जाने की जानकारी सामने आई है। बताया गया है कि काफी दिनों से परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर खुद गाड़ी में बैठे रहते हैं और अपने स्टाफ से अवैध वसूली करवा रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनेताओं द्वारा इसका विरोध करने पर वे उन्हें भी बरगलाते हुए कहते हैं कि वे तो ओवर-लोडिंग वाहनों को रोक रहे हैं और कार्रवाई कर रहे हैं। लेकिन देखा यह गया है कि इनके द्वारा वहां पिकअप वाहनों, ऑटो रिक्शाओं और स्कूल बसों आदि को भी रोका जा रहा है और छोटी गाड़ियों को भी वहां रोक कर वसूली से नहीं बख्शा जा रहा है। इनके द्वारा किसी भी वाहन ऑटो रिक्शा, मोटर साइकिल या अन्य गाड़ियों का चालान नहीं किया जाता है, बल्कि उनसे भी अवैध वसूली के रूप में कुछ पैसे हड़पे जा रहे हैं।
सड़क पर करेंगे आरटीओ का घेराव
इस बारे में कसूम्बी से पंचायत समिति सदस्य व भाजपा नेता ओमप्रकाश बागड़ा परिवहन विभाग की कार्रवाई को अनुचित ठहराया है और कहा है कि यह विभाग राज्य सरकार की छवि को धूमिल कर रहा है। ऐसे चौथ वसूली करने वाले अधिकारियों के खिलाफ शीघ्र ही सख्त कार्रवाई होनी आवश्यक है।सामाजिक कार्यकर्ता व युवा नेता अनिल पिलानिया ने भी आरटीओ की इन करतूतों का विरोध करते हुए कहा कि आज तक जितने भी ओवरलोड वाहनों के लिए चालान और जब्ती की कार्रवाई हुई है, वो सारी पुलिस द्वारा की गई है। परिवहन विभाग रात को और दिन में भी नाकाबंदी करके खड़े हो जाते हैं और कार्रवाई के नाम पर खाली हाथ लौटते हैं, लेकिन उनकी जेबें ठसाठस भरी हुई रहती है। आखिर यह कब तक चलेगा। अगर इसे बंद नहीं किया गया तो लोगों को इकट्ठा करके उनका मौके पर ही घेराव किया जाएगा और उच्च अधिकारियों को लिखित शिकायत के साथ सुपुर्द किया जाएगा।






