लाडनूं नगर पालिका हुई बुरी तरह से घोटालों और धांधलियों का शिकार,
15 पार्षदों ने 13 बिन्दुओ में जिला कलेक्टर के समक्ष उठाए अनियमितताओं के मुद्दे
लाडनूं। नगर पालिका में भारी घोटाला और धांधलीबाजी के सम्बंध में यहां 15 पार्षदो ंने जिला कलेक्टर को पत्र लिख कर जांच की मांग की है। इन पार्षदो ंने कुल 13 बिन्दुओं में अलग-अलग घपलों के बारे में जिला कलेक्टर को अवगत करवाया है। इन धांधलियों व अनियमिताओं के बारे में जानकारी देते हुए इस पत्र में लिखा गया है कि नगर पालिका में पालिकाध्यक्ष एवं पूर्व अधिशाषी अधिकारी ने मिलीभगत पूर्वक ऑनलाइन निविदाओ में भारी धांधली की। इन निविदाओ के लिए आवेदन व इनकी डीएसी व बीड को ओपन करना सब एक ही जगह से किया गया, जो पूर्वनियोजित रूप से था। अगर इस बारे में साइबर सेल के एक्सपर्ट द्वारा जांच की जाए, तो मिलीभगत द्वारा अपने चहेते ठेकादारों व फम्र्स को ही कार्य देकर लाभान्वित करना सामने आ जाएगा। इसकी ठोस रूप से जांच होने पर पता चलेगा कि सभी बड़े कार्य सिर्फ 4 या 5 फर्म को ही दिए गए हैं। यह सब प्रतिस्पर्धा के इस दौर में बिना भ्रष्टाचार के संभव नहीं हैं। इसके अलावा पत्र में बताया गया है कि इन्होंने नियमों के विरुद्ध विभिन्न निविदाओं की समयावधि बढ़ा दी। इनमें ऑटो टीपर की कॉपी संलग्न की गई है। पत्र मे ंयह भी बताया गया है कि. बोर्ड बनने से अब तक हुए नाली व सड़क निर्माण कार्यों में जमकर धांधली हुई है। जिन सबकी जांच करवाई जानी आवश्यक है।
सिर्फ चहेते ठेकेदारों को किया जा रहा लाभान्वित
निविदा घोटालों में अन्य भी कई प्रकार के मामले हैं, जिनके बारे में इस पत्र में इंगित किया गया है। पत्र के अनुसार 4 करोड़ 91 लाख के 37 कार्यों की टेंडर सूचना दिनांक 01-06-2022 को निकाली गई, जो सभी अपने चहेतों को दिए गए हैं। साथ ही इनमे अन्य बहुत सारी भारी अनियमितताएं बरती गई हैं, जिनकी जांच करवाई जावे। दिनांक 23-09-2022 की ई-निविदा सूचना में 57.67 लाख के कार्य दिए गए हैं, इस पूरी प्रक्रिया की जांच होनी चाहिए व अनियमितता पाए जाने पर इस निविदा को निरस्त किया जाना चाहिए।
माजीसा तालाब घोटाला, निर्माण और खरीद में घोटाले ही घोटाले
अन्य घोटालों की जांच की मांग में माजीसा तालाब में 50 लाख की मिट्टी भरवाने के कार्य को बड़ा घोटाला बताते हुए उसकी जांच की मांग की गई है। यहां डीडवाना रोड पर पुलिए के पास बने सेल्फी पाॅइंट के निर्माण में भी धांधली व अनियमितता बताई गई है। पत्र में बताया गया है कि बिना प्रस्ताव अपनी मनमर्जी से ही इस सेल्फी प्वाइंट का निर्माण किया हैं। इसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ हैं, जिसकी जांच की मांग की गई है। इसी प्रकार रोड लाईट खरीद में घोटाला बताया गया है। पत्र में लिखा गया है कि खरीदी गई 600 रोड लाइट्स का कोई स्पष्ट लेखा-जोखा नहीं है। इसकी निविदा की पूर्ण रूप से जांच होनी चाहिए, इसमें बहुत बड़ा भ्रष्टाचार किया गया हैं। इसी प्रकार दिनांक 12-08-2022 को नगरपालिका लाडनूं की मीटिंग में बोलेरो गाड़ी खरीदने का प्रस्ताव लिया गया था, जबकि खरीदी गई गाड़ी बोलरो नियो है, जो कि अनियमितता हैं।
न तो बैठक बुलाई जाती है, न कार्यवाही लिखी जाती है और कमेटियों का निर्माण भी नहीं
पत्र में इन पार्षदों ने प्रशासन शहरों के संग के शिविरो ंमें भी भ्रष्टाचार पनपाए जाने की शिकायत की है। इस पत्र में इस सम्बंध में बताया गया है कि बहुत से पट्टे रिश्वत ले कर फर्जी तौर पर जारी किए हैं, जिनकी व्यापक जांच होनी चाहिए। इसके अलावा नगर पालिका बोर्ड की बैठकों की अनियमितता के बारे में भी सवाल उठाए गए हैं। पत्र में बताया गया है कि पिछले आठ महीनों से बोर्ड की एक भी मीटिंग नहीं बुलाई गई है, जबकि नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 51 के अनुसार साधारण बैठक 60 दिनो के भीतर एक बार व एक कैलेंडर वर्ष में न्यूनतम 6 बोर्ड की मीटिंग बुलानी चाहिए। इस नियम की पूर्ण-रूपेण अवेहलना की गई है। नगर पालिका की जो बैठकें बुलाई गई है, उनकी काय्रवाही समय पर नहीं मिलने और पार्षदों को बिल्कुल ही उपलबध नहीं करवाए जाने का मुद्दा भी पत्र में उठाया गया है। पत्र में बताया गया है कि बोर्ड मीटिंग में साधारण सभा दिनंाक 28-02-2022 की कार्यवाही (प्रोसीडिंग रिपोर्ट) आज तक नहीं लिखी गई हैं। इसी प्रकार नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 55 के अनुसार बोर्ड गठन के 90 दिवस में बोर्ड कमेटियों का गठन होना चाहिए। इस बोर्ड को बने लगभग 2 वर्ष हो गए, लेकिन आज तक बोर्ड कमेटियों का गठन नहीं हुआ है, जो कि स्पष्ट रूप से कार्यों में पारदर्शिता का अभाव व नियमों के उल्लंघन का प्रमाण हैं। यह भी जांच किए जाने का बिन्दु हैं।
ये हैं शिकायत करने वाले 15 पार्षद
जिला कलेक्टर को पत्र लिख कर ये सब 13 बिन्दुओं के घोटालों के मुद्दे उठा कर जांच की मांग करने के लिए पत्र में हस्ताक्षर करने वाले 15 पार्षदों में मुरलीधर सोनी, दिलीप कुमार टाक, राजेश कुमार भोजक, ओमप्रकाश सिंह मोहिल, मंजू, सुमनदेवी, बच्छराज नागपुरिया, सुरेन्द्र जांगिड़, अदरीश खां, रूकसाना, लूणकरण शर्मा, संदीप, रेणुदेवी कोचर, निर्मला जांगिड़, विजयलक्ष्मी पारीक शामिल हैं।
