मेड़ता के पुलिस अधिकारियों व कार्मिको़ पर लगाए झूठे मुकदमे में न्याय की मांग को लेकर ज्ञापन
लाडनूं। राजनीति दबाव में पुलिस अधिकारियों को जबरन फंसाने को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक के नाम के ज्ञापन यहां उपखण्ड अधिकारी अनिल कुमार गढवाल को सौंप कर एफआईआर. नं. 232/ 2023 पुलिस थाना बीकानेर सदर में निष्पक्ष जांच करवाई जाकर निर्दोष पुलिस कार्मिकों को झूठा नहीं फंसाने की मांग विभिन्न संगठनों एवं अनुसूचित जाति के लोगों ने की है। साथ ही निर्दोष पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों को बहाल कर उन्हें न्याय दिलाने की मांग की गई है। इन ज्ञापनों में बताया गया है कि इस प्रकरण में राजनैतिक दबाव के चलते पुलिस कार्मिकों को झूठा फंसाया जा रहा है। इस मामले में पुलिस कार्मिकों का किसी प्रकार का कोई दोष नहीं है। मेड़ता विधायक इन्द्रा देवी बावरी ने पुलिस प्रशासन को दबाव में लेकर इस मामले को दर्ज करवाया है। मेड़ता क्षेत्र के वांछित आदतन अपराधी राजेन्द्र उर्फ राजु बावरी (24) निवासी चौकीदारों का मोहल्ला रेण, जिला नागौर को बीकानेर से लेकर मेड़ता लाते समय रास्ते में रोडवेज बस से कूदकर भागने की कोशिश के दौरान उसे चोटें आने पर पुलिस ने उसके घर सिपाही भेजकर सूचना दी एवं इलाज के लिए नागौरव बीकानेर ले जाया गया। उसकी मौत गिरने से लगी गम्भीर चोटों के कारण इलाज के दौरान हुई। इसके बावजूद अपराधियों को साथ देते हुए गलत रूप से विधायक इन्द्रा देवी बावरी ने पुलिस प्रशासन पर दबाव बनाकर व अपनी राजनैतिक पंहुच का गलत फायदा उठाकर यह झूठा प्रकरण दर्ज करवाया है।
विधायक इन्द्रा पर लगाया आरोप
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि मेड़ता विधायक इन्द्रा देवी ने अपनी कार से टक्कर मार कर सुरजमल माली को मौत के घाट उतार दिया था, लेकिन उस मामले में इन्द्रा देवी पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता नहीं दी एवं परिवार के सदस्य को नौकरी नहीं दिलवाई। यहां तक कि इन्द्रा देवी उसके परिवार से मिलने तक नहीं गई। जबकि इस मामले में छठे आदतन अपराधी का साथ देकर पुलिस कार्मिकों की जिन्दगी बर्बाद करने पर उतारू हो रखी है। ज्ञापन में इस मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुये निर्दोष पुलिस कार्मिकों को झूठा नहीं फंसाया जाने एवं पुलिस कार्मिकों को यथास्थान पदस्थापित किया जाने की मांग करते हुए पूरे नागौर जिले में बड़ा जन आन्दोलन किया जाने की चेतावनी दी है। ज्ञापन देने वालों में भीम आर्मी के प्रदेश महासचिव हरिराम मेहरड़ा, राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद के सदस्य जगदीश सिंह राठौड़, डॉ. अम्बेडकर मेमोरियल वैल्फेयर सोसायटी के अध्यक्ष ईश्वर मेघवाल, कांग्रेस कार्यकर्ता मो. मुश्ताक खां कायमखानी, डॉ. अम्बेडर युवा संगठन के अध्यक्ष ताराए सांगेला, अनुसूचित जाति कार्यकर्ता सिद्धार्थ कलाल, जमील गनी, गोविन्द लाल, ओमप्रकाश, सुरेंद्र कुमार, हरदेव, विट्ठल, शंकर, प्रकाश आदि शामिल थे।