सूडान की एक फेक्ट्री में फंसे भारत के 27 लोगों को जान का खतरा, रतनगढ के मुकेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से लगाई सरकार से गुहार, पांच दिनों से भूखे प्यासे और लगातार चल रही गोलियों से शिकार होने का खतरा
सूडान की एक फेक्ट्री में फंसे भारत के 27 लोगों को जान का खतरा,
रतनगढ के मुकेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से लगाई सरकार से गुहार,
पांच दिनों से भूखे प्यासे और लगातार चल रही गोलियों से शिकार होने का खतरा
रतनगढ़। रोजी-रोटी की तलाश में सूडान पहुंचे एक रतनगढ के युवक की हालत वहां बहुत ही ज्यादा खराब है। वह पांच दिनों से भूख-प्यारस से लड़ रहा है। एक बिल्डिंग में बंद इस युवक ने सोशल मीडिया के माध्यम से भारत सरकार से स्वदेश वापसी के लिए गुहार लगाई है। उसके सााि इस बिल्डिंग में भारत के विभिन्न राज्यों के 27 लागे और भी बंद हैं। गृहयुद्ध के कारण बिगड़ी हालत के शिकार सूडान में हालात बहुत खराब चल रहे हैं। मुकेश ने बताया कि वहां लगातार गोलियां चल रही हैं, जिससे वे कभी भी किसी गोली का शिकार होकर जान से हाथ धो सकते हैं। उन्होंने सूडान स्थित भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया, लेकिन पिछले चार दिनों से केवल आश्वासन के अलावा कोई मदद नहीं मिल पा रही है। इन्होंने सोशल मीडिया पर बताया कि इन लोगों ने पिछले पांच दिनों से कुछ नहीं खाया तथा पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। ये लोग अपनी जान जोखिम डालकर पास की एक फैक्ट्री से जैसे-तैसे पानी का जुगाड़ कर रहे हैं। मुकेश ने भारत सरकार के गृहमंत्री, विदेश मंत्री व आर्मी चीफ से बचाने के लिए गुहार लगाई है।