बाकलिया के ओमप्रकाश के हत्यारों का पता पुलिस लगाएगी 4 दिनों में,
अस्पताल में दो दिनों से चल रहा धरना उठाया, विधायक मुकेश भाकर ने एसडीएम को मांगपत्र सौंपा
मांगपत्र में एक करोड़ का मुआवजा और मृतक की बहिन को सरकारी नौकरी की रखी गई मांग
लाडनूं (kalamkala.in)। थाना क्षेत्र के बाकलिया ग्राम के पास बुधवार को मिली 25 वर्षीय युवक की लाश के मामले को लेकर यहां राजकीय चिकित्सालय परिसर में स्थित मोर्चरी के सामने दिया जा रहा धरना प्रशासन और नागरिकों के बीच बनी सहमति के बाद शुक्रवार को उठा लिया गया। विधायक मुकेश भाकर भी शुक्रवार को धरना-स्थल पर आ गए और धरने में शामिल हो गए। इसके बाद मौके पर पहुंचे उपखंड अधिकारी मिथलेश कुमार को विधायक भाकर एवं नागरिकों की ओर से चार सूत्री मांग पत्र प्रस्तुत किया गया। इस मांगपत्र में बताया गया कि गत 25 सितम्बर को दिनदहाड़े ओमप्रकाश की हत्या कर दी गई थी, लेकिन अभी तक अपराधियों का पता नहीं लगाया गया है तथा कोई गिरफ्तारी भी नहीं हुई है। इसलिए सभी दोषी लोगों की गिरफ्तारी एक निश्चित समय में करने के लिए प्रशासन समय निर्धारित करे। इस पर सरस्पर सहमति बनी की 4 दिनों के भीतर अनुसंधान करके अपराधियों का पता लगा लिया जाएगा। इसके अलावा इस मांग पत्र में पीड़ित परिवार को डेढ करोड़ रूपयों की आर्थिक सहायता राशि की मांग तुरन्त पूरी की जाए, मृतक के अपने परिवार का एकमात्र पुरूष सहारा होने से उसके माता-पिता का भविष्य सुनिध्चित करने के लिए मृतक की बहिन गंगा को सरकारी नौकरी दी जाए एवं मृतक के परिवार की जान-माल की सुरक्षा उच्च स्तर पर करवाई जाने की मांग रखी गई है। इस पर विधायक मुकेश भाकर, सरपंच संघ के सरंक्षक भंवरलाल, अशोक कुमार, बजरंगलाल, हनुमानराम ने हस्ताक्षर किए हैं।
4 दिनों में खुलासे पर बनी सहमति
गौरतलब है कि बाकलिया के भैंस प्रजनन केन्द्र के समीप इस युवक ओमप्रकाश सारण के शव की सूचना बुधवार शाम को पुलिस को मिली। मौके पर सभी पुलिस अधिकारी, एफएसएल टीम ने पहुंच कर साक्ष्य जुटाए और फिर साइबर टीम का गठन करके जांच शुरू की। लोगों से पूछताछ भी की जा रही है। शव का पोस्टमार्टम गुरूवार को शाम को किया जा सका। पहले लोगों ने मोर्चरी के सामने जमा होकर पोस्टमार्टम करने से रोका। शाम के कहीं जाकर परिवार की सहमति से पोस्टमार्टम किया जा सकता। इसके बाद भी धरना नहीं उठाया गया। अब शुक्रवार को उपखंड अधिकारी ने पहुंच कर विधायक व अन्य लोगों से बातचीत करके उनका मांग पत्र प्राप्त किया और 4 दिनों में अपराधियों का पता लगाने का भरोसा देकर धरना उठवाया गया।