आचार्य तुलसी की बदौलत साध्वियां खड़ी होकर बोल पाती हैं- साध्वीश्री प्रमिला कुमारी,
विकास महोत्सव मना कर किया आचार्य तुलसी को याद
लाडनूं (kalamkala.in)। विकास के पुरोधा माने जाने वाले तेरापंथ धर्मसंघ के नौवें आचार्य तुलसी के विकास महोत्सव का कार्यक्रम यहां पहली पट्टी स्थित ऋषभ द्वार भवन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शासन गौरव साध्वीश्री कल्पलता ने कहा कि यह दिन गुरुदेव तुलसी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का है। उन्होंने सदैव एकतंत्र के बजाय प्रजातंत्र में विश्वास किया था और हमेशा सबके विकास पर ध्यान देते थे। वे अपनी ही दृष्टि से सबका मूल्यांकन करते थे। वे प्रमाद को अनुचित मानते थे। उन्होंने देश और समाज को जो अवदान दिए, हम कभी उनसे उऋण नहीं हो सकते। हाकम साध्वीश्री प्रमिला कुमारी ने कहा कि गुरुदेव ने सामाजिक स्तर पर और धर्मसंघ में कितने ही परिवर्तन कर एक आदर्श स्वरूप प्रस्तुत किया था। पहले कोई साध्वी खड़े होकर नहीं बोल पाती थी, लेकिन आज सबके सामने बेधड़क खड़ी होकर वक्तव्य देती हैं। उनका अनुशासन हमें निरन्तर 51 वर्षों तक मिला था और हमारे लिए उनके अनगिन अवदान मिले। साध्वी स्वास्तिक प्रभा ने कहा आचार्य तुलसी मानव मात्र का आध्यात्मिक उत्थान करना चाहते थे। कार्यक्रम में डॉ. सुशीला बाफना, समणी कुसुम प्रज्ञा, साध्वी युक्ति प्रभा, सभा के मंत्री राकेश कोचर, महिला मंडल की मंत्री राजश्री कोचर व रणजीत चोररिया ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर साध्वियों ने सामूहिक गीतिका प्रस्तुत की। महिला मंडल की बहनों ने मंगलाचरण किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ शासन गौरव साध्वी कल्प लता द्वारा नमस्कार महामंत्र से किया गया। कार्यक्रम का संचालन आलोक खटेड ने किया। इस अवसर पर सभी सभा-संस्थाओं के पदाधिकारी व श्रावक समाज उपस्थित रहा।