12 साल की बालिका के साथ 53 साल के प्रौढ़ ने किया दुष्कर्म,
जसवंतगढ़ पुलिस ने मुल्जिम को दबोचकर किया गिरफ्तार,
समाज, सरकार, पुलिस व प्रशासन के लिए चिंतनीय स्थिति
जगदीश यायावर। लाडनूं (kalamkala.in)। नाबालिग बालिकाओं के अपहरण व दुष्कर्म की वारदातों का सिलसिला पिछले कुछ ही समय में लाडनूं तहसील क्षेत्र में लगातार सामने आता जा रहा है। क्षेत्र के लोग चिन्तित हैं कि आखिर यह क्या होता जा रहा है, कड़े कानूनों के बावजूद ऐसी घटनाएं कम क्यों नहीं हो रही हैं? लगातार हो रही इन घटनाओं ने समाज, सरकार, पुलिस और प्रशासन सबके सामने अनेक ज्वलंत सवाल खड़े कर दिए हैं। खैर, आइए जानते हैं हाल ही में हुए घटनाक्रम को-
पकड़ा गया दुष्कर्म का आरोपी
जसवंतगढ़ पुलिस द्वारा नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार के प्रकरण में प्रभावी कार्रवाई करते हुए 53 वर्षीय आरोपी केशवदास को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने इस बालिका को घर में अकेली देखकर डरा-धमका कर दुष्कर्म किया था। प्रकरण के अनुसार गत 20 जनवरी को जसवन्तगढ थाना क्षेत्र निवासी ने एक रिपोर्ट दी कि उसकी 12वर्षीया पोती के साथ करीब 2 माह पूर्व उसे घर पर अकेली पाकर मुल्जिम केशवदास (53) पुत्र बल्लभदास जाति स्वामी निवासी कसुम्बी जाखला ने उसके साथ गलत काम किया, जिससे बच्ची कि हालत खराब हो गयी। मुल्जिम ने बच्ची को उसे और घरवालों को मारने की धमकी देकर घटना के बारे में किसी को भी नहीं बताने को कहा। इस घटना के बाद से बच्ची गुमसुम रहने लगी व समय पर उसका मासिक धर्म नहीं आने पर घरवालों ने बच्ची सू पूछताछ की, तब इस दुष्कर्म की जानकारी हुई। पुलिस ने इस प्रकरण को दर्ज किया और थानाधिकारी अजय कुमार ने अनुसंधान शुरू किया। इस मामले में घटना की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग पुलिस टीम गठित की गई। इस टीम ने 21 जनवरी को मुल्जिम को डीटेन किया और उसके बाद गिरफतार कर लिया गया। इस कार्रवाई में जिला पुलिस अधीक्षक आलोक श्रीवास्तव (आई.पी.एस.) के निर्देशन में व वृताधिकारी राजेन्द्र कुमार बुरडक (आर.पी.एस.) के सुपरविजन में थानाधिकारी अजय कुमार नि.पु. के नेतृत्व में गठित टीम में हेड कांस्टेबल भारमल, कांस्टेबल राजकुमार, दीपक, लालचन्द व गोपालराम शामिल रहे।
