*बड़ा जैन मंदिर में दर्शन कर हुई अभिभूत, दशकों की भावना पूरी होने से धन्य हुई- आर्यिका सरस्वती माता,*
*आर्यिका सरस्वती माताजी का लाडनूं में ससंघ शोभायात्रा के साथ मंगल प्रवेश*
राज पाटनी, पत्रकार। लाडनूं (kalamkala.in)। जैन धर्म के महान आचार्य देशभूषण जी महाराज द्वारा दीक्षित परम विदुषी गणिनी आर्यिका सरस्वती माताजी व संघस्थ आर्यिका अनंतमती माताजी व महोत्सवमती माताजी का लाडनूं में मंगल प्रवेश हुआ। सुखदेव आश्रम भगवान आदिनाथ मंदिर में दर्शन वंदना के पश्चात आर्यिका संघ का गाजे-बाजे सहित भव्य शोभायात्रा के साथ चंद्रसागर मंदिर में दर्शन करते हुए उनका बड़ा मंदिर जी में प्रवेश हुआ।
भगवान शांतिनाथ की प्रतिमा भव्य व वैराग्यमय है
बड़ा मंदिर में दर्शन वंदना के बाद आयोजित धर्मसभा में आर्यिका सरस्वती माताजी ने अपने संबोधन में कहा कि लाडनूं के जैन मंदिरों के दर्शन करके वे भाव-विभोर हो गई हैं, उन्होंने कहा कि बड़ा जैन मंदिर और वहां विराजित भगवान शांतिनाथ की भव्य व वैराग्यमय प्रतिमा के दर्शन से वे अभिभूत हैं। दशकों से उनकी दर्शन की भावना थी और आज वे धन्य हो गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि लाडनूं की जैन समाज के पिछले जन्मों में किए गए पुण्य का प्रतिफल है कि उन्हें इन दिव्य जिनालयों का सौभाग्य मिला है। इस से पहले कुचामन से पैदल विहार करके वे लाडनूं पहुंचे आर्यिका संघ के साथ लाडनूं की जैन समाज के कार्यकर्ता सम्मिलित रहे। आर्यिका संघ की आगवानी, शोभायात्रा, धर्म सभा व संघ की आहारचर्या में समाज के बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चों ने भाग लिया।
समाज में बना धर्म प्रभावना का माहौल
समाज के प्रमुख कार्यकर्ता रोबिन बड़जात्या ने बताया कि आर्यिका संघ के लाडनूं में अधिक से अधिक समय तक प्रवास करने के लिए निवेदन व प्रयास किया जा रहा है। जैन समाज के सदस्य राज पाटनी ने बताया कि आर्यिका संघ के लाडनूं प्रवास से स्थानीय समाज में श्रद्धा उत्साह व धर्म प्रभावना का माहौल निर्मित हुआ है। आर्यिका संघ की उपस्थिति में लाडनूं जैन समाज में अनेक अनुष्ठान आयोजित किए जायेंगे।
