भगवामय हुआ समूचा लाडनूं, रामनवमी महोत्सव शोभायात्रा ने छोड़ी अपनी छाप,
सिद्ध संतों का सान्निध्य, अघोरियों के करतब, मुंह बोलती झांकियां, उमड़ता जन सैलाब, सबकुछ विशेष और अविस्मरणीय रहा
लाडनूं (kalamkala.in)। लाडनूं की सड़कों पर अघोरी साधुओं की मुंडमाला धारण किए और विविध वेशभूषा में लीलाएं देख कर लाडनूं के लोग अचंभित हो गए। उनके द्वारा आग्नेय घेरे के बीच करतब, मुंह से आग की लपटों के फुहारे निकालने आदि विविध करामातें लोग देखते ही रह गए। इसी प्रकार काछी घोड़ी का नाच भी लोगों के लिए मनोरंजक रहा। सिद्ध साधु-संतों के सान्निध्य ने भी जहां आमजन को आकर्षित किया, वहीं पूरा माहौल आस्था के सैलाब की तरह नजर आने लगा। यह सब दृश्य यहां अयोध्यापति श्रीराम के प्राकट्योत्सव ‘रामनवमी’ के अवसर पर यहां निकाली गई विराट् शोभायात्रा में जन-जन के आकर्षण का केंद्र बना। शोभायात्रा में निकाली गई पौराणिक व राष्ट्रीय दृश्यों को सजीवता प्रदान करती झांकियों ने तो हर किसी को लुभाया। रैली में सुभाष चंद्र बोस, देश के वीर सैनिकों सहित अनेक झांकियां आकर्षण का केंद्र रही। इस विशाल रैली में ऐसा प्रतीत हो रहा था, जैसे समस्त हिन्दू जनता उमड़ पड़ी थी। शोभायात्रा में शामिल समस्त महिलाएं, लड़कियां, युवक, बुजुर्ग और बच्चे तक में धर्म, संस्कृति, श्रद्धा, संस्कार और अनुशासन समाया था। एक सी वेशभूषा में नारे लगाती और भगवा ध्वज लहराते हुए युवतियां शोभायात्रा में प्राण फूंक रही थी। पूरे रास्ते और घर-घर और सभी सार्वजनिक स्थानों पर भगवा ध्वज लगाए गए और सारे शहर को खूबसूरती से सजाया जाकर भगवामय बनाया गया था।
बनाए स्वागत द्वार, की पुष्पवर्षा, किया भावभीना स्वागत
लाडनूं के लिए यह सब अनूठा प्रतीत हो रहा था। हर साल निकलने वाली रामनवमी की शोभायात्रा इस बार अलग हट कर अनूठी और अविस्मरणीय रही। श्री रामनवमी महोत्सव समिति लाडनूं की ओर से यह श्रीराम नवमी विराट शोभायात्रा रैगर बस्ती स्थित शीतला चौक (माता-मंड) से महामंडलेश्वर संत ज्ञानेंद्र जी महाराज, अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय शाहपुरा के संत धीरजराम जी महाराज, पाबोलाव सिद्धपीठ के संत कमलेश्वर भारती महाराज, मुरली मनोहर मंदिर के पं. गौतम दत्त शास्त्री आदि संतों के ‘जय श्री राम’ के उद्घोष और प्रेरणा पाथेय के साथ शोभायात्रा का प्रारंभ किया गया और वहां से कमल चौक, करंट बालाजी रोड़, जैन स्कूल, गौरव पथ, बस स्टैंड, हनुमान गेट, गांधी चौक, रावणा राजपूत भवन, गुर्जरों का बास, जोधां बास, पहली पट्टी, सेवक चौक, स्टेशन रोड, कुम्हारों का बास, शिव मंदिर, ऋषभ द्वार होते हुए पहली पट्टी स्थित हनुमान भैया बगीची पहुंची। सारे रास्ते जगह-जगह शोभायात्रा पर पुष्पों की वर्षा की गई। शहर में जगह-जगह लगाए स्वागत द्वारों से भी शोभायात्रा का स्वागत किया गया। शहर भ्रमण के बाद यहां भैया बगीची हनुमान मंदिर में आरती व प्रसाद के साथ शोभायात्रा का सम्पन्न की गई। शोभायात्रा में भाजपा नेता करणीसिंह, गजेन्द्र सिंह ओड़ींट, महिला मोर्चा की वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष पार्षद सुमित्रा आर्य, विहिप नेता नरेंद्र भोजक, रायबहादुर इंदौरिया, रा.स्व.संघ के खंडचालक बजरंगलाल यादव, पार्षद विजय लक्ष्मी पारीक, रेणु कोचर, एडवोकेट गोविंद सिंह कुसुंबी, कुलदीप सिंह राठौड़, पार्षद राजेश भोजक, गोपाल भामु, उमराव खान, पार्षद यशपाल आर्य, डॉ वीरेंद्र भाटी, नीतेश माथुर, सुशील शर्मा, अंजना शर्मा, बजरंग सेन सहित भाजपा कार्यकर्ता एवं गणमान्य जन मौजूद रहे।
हर जगह सभा-संगठनों, समाजों द्वारा किया गया स्वागत
विशाल शोभा यात्रा का भव्य स्वागत ओसवाल मित्र मंडल द्वारा चार स्थानों पर किया गया। इसमें अजित बैद, सागरमल कोठारी, इंद्राज कठोतिया, मनीष बोथरा, पीयूष सुराणा, आलोक कोठारी, सुशील बेगवानी, प्रदीप कोठारी, धर्मेश कोठारी, सुरेश सुराना, धनपत बैगवानी, हीरालाल भूतोड़िया, अनुराग कठोतिया, विनोद खटेड व सुमित मोदी शामिल रहे। इसी प्रकार भारत विकास परिषद के तत्वावधान में सुरेश जाजू परिवार द्वारा शोभायात्रा को ठंडा ज्यूस पिलाया गया। रावणा राजपूत समाज ने मंजीत पाल सिंह के नेतृत्व में शोभायात्रा का स्वागत किया। मालियों के बांस में सैनिक अतिथि भवन के समक्ष माली समाज ने, राहूगेट पर आर्यसमाज आदि ने और अन्य स्थानों पर भी शोभायात्रा का स्वागत किया गया और यात्रा में शामिल लोगों को ज्यूस, ठंडा पानी, फलों, टॉफी आदि की मनुहार की गई। सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस प्रशासन पूरी तरह चाक-चौबंद रहा।
