ऑल राजस्थान को ऑपरेटिव बैंक एंप्लाइज यूनियन द्वारा मांगे नहीं मानने पर चेतावनी
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। ऑल राजस्थान को ऑपरेटिव बैंक एंप्लाइज यूनियन नागौर द्वारा सहकारी समिति को मांगे नहीं मानने पर तीन दिन काली पट्टी बांध कर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। को ऑपरेटिव बैंक एम्पलाइज यूनियन नागौर के अध्यक्ष प्रेमसुख पिचकिया ने बताया कि हमारी सरकार से कई मांगे हैं-
1. अल्पकालीन फसली ऋण वितरण पर देय क्षतिपूर्ति ब्याज को पुनः बढ़ाकर 1 प्रतिशत किया जावे।
2. बैंक द्वारा स्वयं के कोर से वितरण अल्पकालीन फसली ऋण वितरण पर्दे 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान को नाबार्ड पर केंद्र सरकार से पुणे लागू करवाया जावे।
3. अल्पकालीन रवि ऋण चुकाने की विस्तृत अवधि 1 जुलाई से 31 अगस्त तक का ब्याज सहकारी बैंकों पर नहीं थोपा जाए
4. अल्पकालीन ऋण नीति 1 अप्रैल से पूर्व ही समय पर जारी करने बाबत नाबार्ड को अनुरोध किया जावे।
5. शीर्ष सहकारी बैंक द्वारा केंद्रीय सहकारी बैंक से अल्पकालीन ऋण हेतु उधारी पर मार्च में सितंबर में लिया जाने वाला अग्रिम ब्याज बंद करवाया जावे।
6. ऋण माफी के प्रति राज्य सरकार से प्राप्त योग्य राशि पर बकाया ब्याज का शीघ्र भुगतान करवाया जावे।
7. सहकारी बैंकों में डी.पी.सी. करवाने के लिए कैलेंडर जारी किया जाए।
यूनियन के अध्यक्ष पिचकियां ने बताया कि राज्य के अधिकतर सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक अपने न्यूनतम परिचालन लाभ, कार्मिकों की अत्यधिक कमी तथा कार्मिकों के लिए न्यूनतम वेतन भत्तों के साथ कार्य कर रहा है। बैंक आवश्यक मानव संसाधनों तथा अन्य आवश्यक सुविधाओं व तकनीकों की पूर्ति के लिए संघर्षरत है। ऐसी स्थिति में क्षतिपूर्ति ब्याज में कमी से केंद्रीय सहकारी बैंक के भविष्य पर खतरा मंडराता हुआ दिखाई दे रहा है। यह सभी मांगे समस्याओं व चिंताओं पर केंद्रीय सहकारी बैंक कार्मिकों की ओर से राज्य सरकार व विभाग को बार-बार ज्ञापन पत्र प्रस्तुत करने के उपरांत अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ है।
केंद्रीय सहकारी बैंक के कार्मिकों ने सीसीबी बचाओ संघर्ष समिति के गठन के उपरांत समस्याओं व मांगों पर आंदोलन करने का निर्णय लिया है। प्रदेश में सहकारिता की साख बनाए रखने तथा सहकारिता को संबल प्रदान करने का विचार करे अन्यथा केंद्रीय सहकारी बैंक कर्मी 22 से 24 अगस्त तक काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
