केरल से मक्का केे लिए पैदल चल कर करेंगे 8640 किलोमीटर का सफर
लाडनूं। हज यात्रा के लिए न हवाई जहाज का झंझट और ने पानी के जहाज का झमेला, बस पैदल ही निकल पड़े काबा का लक्ष्य लेकर। ये जनबा हैं केरल के शिहाब चित्तूर, जो विभिन्न स्थानों से होते हुए सोमवार को लाडनूं पहुंचे। लाडनूं थाना क्षेत्र में प्रवेश करने पर पुलिस जाप्ता और थानाधिकारी राजेंद्र सिंह कमांडो ने इस अनोखे हजयात्री की अगवानी की और उनके साथ रह कर उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई। हज के पदयात्री की जानकारी उनके कुचामन और डीडवाना पहुंचने के समय से ही लोगों को मिल चुकी थी और इसी कारण लोगों की भीड़ इस शख्स को देखने और उसका स्वागत करने के लिए उमड़ पड़ी। लोगों ने उन्हें हजयात्रा के लिए बधाइयां व शुभकामनाएं दी। लोगों में शिहाब से मिलने की होड़ सी मच गई। लेकिन पुलिस ने उनकी सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं होने दी। इसके लिए थानाधिकारी राजेंद्र सिंह कमांडो के अतिरिक्त एएसपी विमल सिंह नेहरा, सीओ गोमाराम चौधरी, जसवंतगढ़ थानाधिकारी मुकुट बिहारी मीणा भी मय जाब्ते मौजूद रहे।
8640 किलोमीटर के सफर के बाद पहुंचेंगे मक्का
यह अनोखा हजयात्री शिहाब मात्र 29 साल का है और केरल राज्य के चित्तूर के निवासी हैं। पेशे से अपने आपको डॉक्टर और व्यापारी बताने वाले शिहाब केरल से पैदल ही निकल पड़े और पैदल ही ठेठ सऊदी अरब के मक्का तक पहुंच कर हज करने की ठान रखी है। वे अपने इस पैदल सफर में भारत के बाद पाकिस्तान, ईरान, इराक होते हुए सऊदी अरब के मक्का तक कुल 8640 किलोमीटर का सफर पैदल तय करेंगे। बताया जा रहा है कि शिहाब ने मार्ग में आने वाले इन सभी देशों की वीजा भी विधिवत प्राप्त कर ली है। भारत में भी अपने मार्ग केे सभी राज्यों की सरकारों और स्थानीय प्रशासन से उन्होंने अनुमति ली है। पैदल हज पर जाने के लिए शिहाब पिछले एक साल से तैयारी कर रहे थे, इसके लिए उन्होंने लगातार पैदल चलने की ट्रेनिंग भी ली। लाडनूं पहुंचने के बाद वे बाईपास स्थित एक होटल में रुके हैं। यहां से वो मंगलवार को सुबह आगे प्रस्थान करेंगे।
