लंबी स्किन बीमारी के नियंत्रण अभियान को लगेगा झटका
मूण्डवा (रिपोर्टर लाडमोहम्मद खोखर)। राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ ने सामूहिक अवकाश के आह्वान पर मूंडवा क्षेत्र में पशु चिकित्सा संस्थाओं को तालेबन्दी कर अपनी 11 सूत्री मांगों के लिए अपना विरोध प्रकट किया। मूंडवा ब्लॉक के पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के कार्यकारिणी सदस्य रामलाल कड़वासरा ने बताया कि राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ 11 सूत्री मांगों को लेकर कई सालों से प्रयासरत है। इसके लिए 4 महीने पहले संघ ने निदेशालय के समक्ष 29 दिनों का आमरण अनशन भी किया था, जिसके फलस्वरूप राजस्थान सरकार व विभागीय प्रशासन ने 3 महीने के आदेश की सैद्धांतिक सहमति लिखित में दी, परंतु 4 महीने निकल जाने के बावजूद भी आज तक कोई क्रियान्वित नहीं हुई। इसी कारण गत 22 अगस्त को संघ ने सामूहिक अवकाश कर व पशु चिकित्सालय में तालाबंदी का निर्णय लिया, जिसमें पशुपालन विभाग व शासन सचिव ने 7 दिन का समय मांगा था। यह 7 दिनों की अवधि बीत जाने के बाद भी आज तक सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई है।
लड़खड़ाया लम्पी निरोधक अभियान
वर्तमान में गोवंश में भयंकर बीमारी लम्पी स्किन डिजीज महामारी के रूप में फैल जाने से बचाव और समाधान के लिए व्यापक स्तर पर कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और पशु चिकित्सा की व्यापक व्यवस्थाओं के लिए इन कार्मिकों के बिना इसे पूर्ण रूप से अंजाम नहीं दिया जा सकता हैं इसके चलते इन पशु चिकित्साकर्मियों ने अफसोस जताते हुए आखिर सोमवार को को सामूहिक अवकाश कर संस्थाओं में तालाबंदी का निर्णय अमल में लाया गया है। इस अवसर पर ब्लॉक के मोहनराम वीए, प्रेमचंद सारण, बहादुरराम, रामनिवास, भारमल, विनीत सिरोही, महेंद्र सिंह, रामकिशोर भाटी, गजेंद्र कड़वासरा, मनोज कड़वा, महिपाल, महावीर, राजेंद्र डूकिया, पुखराज जाखड़, ओमप्रकाश, रामअवतार, लोकेश कड़वासरा, सुरेश, राजेंद्र, पुखराज पवार, रघुराज सिंह, धापू देवी एवं समस्त पशु चिकित्सा कर्मचारी उपस्थित रहे।
