- लाडनूं में सरपंच संघ का किया पुनर्गठन, पूनिया बने सरपंच संघ के अध्यक्ष,
बनते ही दिया राजस्थान सरपंच संघ के विरोध में बयान
लाडनूं (अबू बकर बल्खी)। यहां पंचायत समिति सभागार में बुधवार को क्षेत्र के सरपंचों ने एकत्र होकर सरपंच संघ के चुनाव करवाए। विकास अधिकारी भंवराराम कालवी के सान्निध्य में सम्पन्न इस सरपंचों की बैठक में स्थानीय सरपंच संघ का पनुर्गठन करते हुए सर्वसम्मति से बालसमंद के सरपंच बेगाराम पूनियां को सरपंच संघ का अध्यक्ष चुना गया है। ग्राम पंचायत आसोटा के सरपंच हरदयाल रुलानियां को संरक्षक, बनाया गया है। इनके अलावा भिड़ासरी के सरपंच राजेन्द्रकुमार मंत्री को सचिव, लाछड़ी सरपंच हरेंद्र कुमार गढ़वाल को उपाध्यक्ष चुना गया है। पूनियां ने कार्यकारिणी का शीघ्र गठन करने व नरेगा मेट और कारीगरों का भुगतान दिलवाने सहित सरपंचों की सभी जायज मांगों का निस्तारण करवाने का आश्वासन दिया है। नवनिर्वाचित अध्यक्ष बेगाराम पुनिया ने चुनने के बाद कहा कि पिछले डेढ़ महीने से राजस्थान सरपंच संघ ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा के विवादित बयानों के विरोध में बर्खास्त करने की मांग पर अड़ा हुआ है। लाडनूं सरपंच संघ इसे मंत्री की मानवीय भूल मानते हुए इस मामले में लचीला रुख अपनाने का समथ्रक है और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग का समर्थन नहीं करता। अगर मंत्री द्वारा खेद प्रकट किया जाता है, तारे वह पर्याप्त है। उन्होंने इस कारण पंचायतों के अटके हुए विकास कार्यों को पुनः प्रगति मिलने की आवश्यकता बताई। इस अवसर पर ध्यावा सरपंच नीरज चौधरी, मालगांव सरपंच मूलाराम, लिछमा देवी, सरपंच प्रतिनिधि नाथूराम कालेरा, अनिल कुमार, बजरंगलाल ठोलिया, लक्ष्मी देवी आदि सरपंच एवं अन्य जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।
चबराल थे राजस्थान सरपंच संघ के समर्थक
लाडनूं सरपंच संघ के अब तक रहे अध्यक्ष गणेश चबराल राजस्थान सरपंच संघ के साथ थे और उनकी मांगों का पूर्ण समर्थन करते थे। यह नए चुनाव करवाकर इस मुद्दे को मंत्री के समर्थन में मोड़ देने की चेष्टा मात्र की समझा जा रहा है। गत 18 जुलाई को मंत्री मीणा द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर नाराज हुए राजस्थान सरपंच संघ ने मंत्री को बर्खास्त करने सहित अन्य मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की थी। अब लाडनूं का नया सरपंच संघ राजस्थान सरपंच संघ के विरोध मे ंखड़ा हो गया है। उनकी मंत्री को बर्खास्त करने की मांग को समर्थन नहीं देने की घोषणा करते हुए संघ के अध्यक्ष ने इसे नया मोड़ दे दिया है।
