रोचक बना सहकारी समिति हुडास का मुकाबला
बुरड़क परिवार के दो सदस्य जीएसएस चुनाव में आपस में भिड़े
छोटे भाई के बेटे को हरा कर जगन्नाथ बने अध्यक्ष
लाडनूं (कलम कला)। सहकारी समितियों के चुनाव में एक अनोखा मुकाबला भी सामने आया है, जिसमें पूर्व कृषि मंत्री बुरडक़ का पुत्र और पौत्र आमने-सामने भिड़ गए। इस मुकाबले में पूर्व मंत्री बुरड़क के पौत्र को हार का मुंह देखना पड़ा और बेटे ने जीत हासिल कर ली। यह चुनाव इसी कारण विशेष चर्चा में रहा कि इसमें एक प्रमुख राजनीतिक परिवार के दो उम्मीदवार आपस में ही भिड़ गए। ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड हुडास के इस चर्चित चुनाव में सभी वार्डों के चुनाव निर्विरोध हुए थे और बाद में सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में राज्य के पूर्व कृषि मंत्री रह चुके हरजीराम बुरड़क के पुत्र जगन्नाथ बुरड़क़ एवं पौत्र विकास बुरड़क़ आपने-सामने मैदान में उतर गए, जिससे यह चुनाव सुर्खियों में आ गया। इससे पूर्व सदस्यों के चुनाव में वार्ड सं. 1 से जगन्नाथ बुरडक़ तथा वार्ड संख्या 6 से विकास बुरडक़ निर्विरोध चुने गए थे। सभी सदस्यों ने बुरड़क परिवार से अध्यक्ष चुनने पर सर्वसम्मति भी दी, लेकिन उसी परिवार के दो सदस्य सामने आ भिड़े। बुरड़क परिवार से इन दोनों उम्मीदवारों के एकराय नहीं होने से दोनों के आमने-सामने चुनाव लड़ऩे की स्थिति बन गई। आखिर इस चुनाव में हरजीराम बुरड़क के पुत्र जगन्नाथ बुरड़क़ ने अपने ही भाई के बेटे को 5 मतों से पराजित किया। जगन्नाथ के सामने पराजित रहा विकास बुरड़क उसके छोटे भाई श्रवणराम का पुत्र है। इस चुनाव में इसी परिवार के एक अन्य सदस्य प्रेमाराम बुरडक़ ने चुनाव में मतदान नहीं किया। गौरतलब है कि हुडास-भरनावां- चन्द्राई क्षेत्र से विकास की माता नाथीदेवी बुरडक़ वर्तमान में मण्डल सदस्य है। उन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था। जगन्नाथ बुरडक़ पूर्व में दी नागौर कॉपरेटिव सोसायटी के चेयरमेन रह चुके हैं।
