सिवरेज लाईनों के काम में एलएंडटी व रूडीप अधिकारियों की नाकामी पर बोले पार्षद, सीवरेज की सफलता संदिग्ध बनी,
हंगामेदार रही लाडनूं नगर पालिका की गणतंत्र पूर्व की बैठक, चापलूस कार्मिकों को सम्मानित करके वास्तविक हकदारों को किया जा रहा दरकिनार
लाडनूं। नगर पालिका की साधारण सभा की बैठक में शहर में चल रहे सिवरेज कार्यों के दौरान तोड़ी जा रही सड़कों को समय पर ठीक नहीं किए जाने, मापदंड के अनुरूप कार्य नहीं किए जाने और गणतंत्र दिवस समारोह में सम्मानित किए जाने वाले कर्मचारियों के चयन में मनमानी और चहेतों को रेवड़ी बांटे जाने की बात पार्षदों ने जोर-शोर से उठाई और हंगामा किया। पालिकाध्यक्ष रावत खां की अध्यक्षता में आयोजित की गई इस बैठक में आरोप-प्रत्यारोप, हो-हल्ला व विरोध के स्वर दिखाई दिए।
सिवरेज कार्य की मनमानी को लेकर उबले पार्षद
बैठक में सीवरेज कार्यों को लेकर की गई चर्चा में पार्षद राजेश भोजक, अदरीश खां, यशपाल आर्य, श्याम सुंदर गुर्जर, विजयलक्ष्मी पारीक, मुरलीधर सोनी, सुमन खीची आदि अनेक पार्षदों ने गहरा असंतोष प्रकट किया और शहर के नागरिकों के लिए इसे सबसे बड़ी समस्या बताया। राजेश भोजक ने बैठक में बताया कि शहर भर में सीवरेज के कार्य को जल्दबाजी पूर्वक और मनमाने ढंग से किया जा रहा है। जगह-जगह सड़कें टूटी पड़ी है, लेकिन उनकी मरम्मत नहीं की जारही है। अधिकारी मात्र बहानेे बनाते रहते हैं और काम को टाल देते हैं। पार्षद द्वारा इस सम्बंध में शिकायत की जाने पर उनके साथ अभद्रता की जाती है। सीवरेज कार्य का काम और गुणवता देख कर सीवरेज की सफलता संदिग्ध बन गई है और लगता है कि यह सबसे बड़ी समस्या बनकर सामने आएगी। भेजक ने आरोप लगाया कि करोड़ों रुपए का यह सिवरेज का काम बिना किसी गाइडलाइन के ही किया जा रहा है। उन्होंने नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि किसी एक वार्ड में काम पूरा होने से पहले अन्य किसी वार्ड में काम शुरू नहीं किया जाना चाहिए। अनेक पार्षदों ने सीवरेज के दौरान जल सप्लाई बाधित होने, पाईप लाईनों के क्षतिग्रस्त होने, उन्हें वापस ठीक नहीं किए जाने, पाईपों में मिट्टी व गंदगी घुस जाने आदि को लेकर पेयजलसप्लाई को दुरूस्त बनाए रखने के लिए भी कदम उठाए जाने की मांग की।
समारोह का स्थान बदले जाने का विरोध
बैठक में पार्षद अदरीश खां ने शुरू में ही गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन के लिए निर्धारित स्थान को बदले जाने के प्रति अपना विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस का पर्व हमेशा से ही यहां डा. एसके गुहराय स्टेडियम में होता आया है, लेकिन इस बार दशहरा मेला मैदान में पर्व मनाए जाने की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि दशहरा मेला मैदान के पास नेशनल हाईवे संख्या 58 गुजरती है। ऐसे नही वहां पर भाग लेने वाले बच्चों, महिलाओं, वृद्धों अदि केे दुर्घटना का शिकार बनने की संभावना बनी रहती है। अधिशाषी अधिकारी सुरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि उपखंड प्रशासन की तरफ से समारोह का आयोजन किया जाता है और स्थान के बारे में निर्णय उपखंड प्रशासन का ही है। यह नगर पालिका का निर्णय नहीं है।
सम्मान के लिए चयन का आधार चापलूसी रह गया
बैठक में 26 जनवरी व 15 अगस्त को आयोजित सामूहिक उपखंड स्तरीय समारोहों में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किए जाने वाले नगर पालिका के कर्मचारियों के चयन को लेकर विरोध किया गया और पार्षदों ने चयन का आधार चापलूसी को बताया, सराहनीय कार्य को नही। पार्षद गिरधारी इनाणियां ने कहा कि उपखंड स्तर पर नगर पालिका द्वारा कर्मचारियों के नाम परफॉर्मेंस के आधार पर चयनित नहीं किए जाते, बल्कि उन लोगों के नाम होते हैं, जो अधिकारियों की चापलूसी करते हैं। सम्मान के वास्तविक हकदारों को कोई सम्मान नहीं मिल पाता। इनाणियां ने कहा कि जो कार्मिक वास्तविक तौर पर सफाई का काम करते हैं, उनको सम्मान नहीं मिलता है। यह वर्षों से चली आ रही है परिपाटी बंद होनी चाहिए। इससे जो व्यक्ति जमीन पर काम करता है, वह कर्मचारी हतोत्साहित होता है। बैठक में विजय कुमार भोजक, मोहनसिंह चैहान, ओमसिंह मोहिल, रेणु कोचर, विजयलक्ष्मी पारीक, सुमन खींची, मुरलीधर सोनी, श्यामसुंदर गुर्जर, यशपाल आर्य आदि पार्षद मौजूद रहे।
