लाडनूं में कुचेरिया बिल्डिंग मैटेरियल पर आधा दर्जन लोगों ने किया हमला,
अनेक को किया घायल, 50 हजार रुपए लूटे, घायल भवानी अब भी आईसीयू में भर्ती
लाडनूं (kalamkala.in)। स्थानीय पुलिस ने घर व गोदाम में घुसकर हथियारों से लैस करीब आधा दर्जन लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज की है, जिसमें मुलजिमानों के विरुद्ध धारा 143,147, 149, 504, 323, 325, 307, 452, 392 आईपीसी के तहत आरोप लगाए गए हैं। यह प्रकरण न्यायालय अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट लाडनूं द्वारा पुलिस को दर्ज करने के लिए भेजा गया था।
इस प्रकार हुई आपराधिक वारदात
यह इस्तगासा सुनील (24) पुत्र रामनिवास प्रजापत निवासी कुम्हारों का बास, शिव मन्दिर लाडनूं ने अभियुक्तगण प्रेमाराम पुत्र श्रीराम ओसतवाल प्रजापत, राम पुत्र श्रीराम प्रजापत, बुद्धाराम पुत्र प्रेमाराम, बसन्ती पत्नी हिम्मताराम, पुष्पा पत्नी प्रेमाराम समस्त निवासी कुम्हारों का बास लाडनूं के विरुद्ध पेश किया गया था। इसमें बताया गया है कि गत 23 मई को सुबह करीब 8 बजे आरोपीगण प्रेमाराम पुत्र श्रीराम ओसतवाल प्रजापत, राम पुत्र श्रीराम प्रजापत, बुद्धाराम पुत्र प्रेमाराम, बसन्ती पत्नी हिम्मताराम, पुष्पा पत्नी प्रेमाराम निवासी लाडनूं तथा दो-तीन अन्य व्यक्ति व महिलाएं उनके गोदाम व घर कुचेरिया बिल्डिंग मेटेरियल पर आपराधिक आशय से जान से मारने के लिए घुसे तथा सबने मिलकर उन पर जानलेवा हमला कर दिया। गाली-गलौच करते हुए मारपीट शुरू करने लगे। उसके (सुनील के) भाई भवानी को जान से मारने के आशय से आरोपी राम ने हॉकी स्टिक से सीधा उसके सिर में वार कर गहरी चोट मारी, जिससे
भवानी के सिर के बीचों-बीच गंभीर चोट आई तथा बहुत ज्यादा खून बहने लगा। भवानी वहीं पर बेहोश हो गया। उसने व उसके परिवार के अन्य सदस्यों ने बीच-बचाव किया, तो वे सभी अरोपी एकराय होकर उन सब के साथ मारपीट करने लगे। कपड़े फाड़ दिये। बाद में आरोपियों ने लूटपाट शुरू कर दी। उसके साथ मारपीट करते हुए उसे नीचे गिरा दिया और मारते हुए उसकी जेब से 50 हजार रूपये लूट लिए। ये रुपए वह ईंट व बजरी की गाड़ी वाले को देने के लिए घर से लेकर गोदाम पर आया था।
सिर पर हॉकी से लगी गहरी चोट के कारण जीवन-मृत्यु के बीच झूल रहा है भवानी
उसी समय भवानी के पिता शेराराम व माता सरला देवी बीचबचाव करने आये तो अरोपी उनके साथ भी मारपीट करने लगे। सरला देवी व शेराराम के पैरों व शरीर पर अन्य कई जगह चोटें आई। आरोपियों द्वारा घर और गोदाम पर आकर उसे, उसके चचेरे भाई भवानी, सरला देवी व शेराराम के चोटें पहुंचाई।
कारित की। भवानी के सिर में गंभीर चोट आने से उसे यहां सरकारी अस्पताल इलाज के लिए लेकर गये, जहां सिर में आठ-नौ टांके लगाये व चोट गंभीर होने से दो दिन भर्ती कर इलाज किया लेकिन सिर की चोट गंभीर होने से उसे यहां से 25 मई को हाई सेंन्टर के लिए रेफर कर दिया। यहां से भवानी को सीकर के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन वहां पर न्यूरोसर्जन नहीं होने व सी.टी. स्केन नहीं होने के कारण उसी दिन वहां से रेफर कर दिया। तब भवानी को सीकर में प्राईवेट अस्पताल शिवालेक में भर्ती करवाया। जहां उसे आई.सी.यू में रखा गया व सिर की चोट का सी.टी. स्केन करवाया जाने पर भवानी की सिर की चोट गंभीर पाई गई तथा सिर की नसों में दो जगह रक्त के थक्के जमे हुए मिले। उसका अभी तक वहां इलाज चल रहा है और वह आई.सी.यू. में जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा है। सरला देवी के पैरों पर लाठी की लगने से पैर में अभी भी सूजन आई हुई है, जो फ्रेक्चर हो सकता है। शेराराम के पैर के घुटने पर सूजन है व चोट आई है।
पुलिस पर लगाए मामला दर्ज नहीं करने के आरोप
न्यायालय से मिले इस्तगाशा में पुलिस थाना लाडनूं पर प्रकरण को गंभीरता से नहीं लेने और भवानी के पिता को थाना में बुलाकर जबरन राजीनामा पर हस्ताक्षर करवाकर इस गंभीर प्रवृति के प्रकरण को रफा-दफा करने का प्रयास कर इतिश्री कर दी गई। घटना की रिपोर्ट पुलिस थाना लाडनूं में उसी दिन 23 मई को दी गई व भवानी के आई चोटों का इलाज करवाने के लिए सीकर चला गया। लाडनूं आने पर उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं करने तथा घायल-चोटिल भवानी, सरला व शेराराम के चोट प्रतिवेदन सरकारी अस्पताल से प्राप्त नहीं किये जाने की जानकारी मिली। पता चला कि चोटों का मेडिकल पुलिस द्वारा करवाया ही नहीं गया। भवानी की चोट के इलाज सम्बंधी दस्तावेज भी अस्पताल से प्राप्त नहीं किये गए। अब 156 (3) के तहत प्राप्त इस्तगासा की एफआईआर दर्ज की जाकर जांच शुरू की गई है। जांच उप निरीक्षक प्रकाशचंद द्वारा की जा रही है।